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Arti pandey Gyan Pragya

Abstract

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Arti pandey Gyan Pragya

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आपका लॉक डाउन कैसा है

आपका लॉक डाउन कैसा है

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प्रकृति के लिए लॉक डाउन अनमोल वरदान है,

नदियां कल कल झरने झर झर वायु में शुद्धता का वास है


नदियों का जल पारदर्शी होता जा रहा है,

जंगल का हिरन शहर ,में सड़क पर मोर नाच रहा है


जीव जंतु पशु पक्षी के लिए बसंत का पर्व है,

वर्ष तो बहुत आये गए 2020 विशेष वर्ष है|


एक चिकित्सक के लिए लॉक डाउन कर्तव्यनिष्ठ सेवा है,

यह विशेष जिम्मेदारी ईश्वर ने उसे ही सौंपा है|


अपने प्राणों को ताक पर रखकर अनेक जिंदगियों को बचाता है,

हमसे उसका उसका हमसे सहानुभूति प्रेम का नाता है|


एक ग्रहणी के लिए लॉक डाउन रसोई ही संसार है,

सबको सिखाती बाहर नहीं जाना तुमसे मुझे बहुत प्यार है|


एक बच्चे के लिए लॉक डाउन खुशियों की की सौगात है,

ना भारी बस्ते का बोझ बचपन आजाद है|


ना आधी नींद में जगने का डर ना गृह कार्य सताता है,

रामायण में हनुमान जी को देख पूछ और मुकुट बनाता है|


किसी के लिए लॉक डाउन व्यंजनों की भरमार है,

तरह-तरह के व्यंजन बनाना एक नए स्वाद की शुरुआत है|


एक स्वाद अभी जिह्वा पर है दूसरे की सोच में बैठे हैं,

आलू से हमने मैदा बनाया इसी में एेठे हैं|


किसी के लिए लॉक डाउन गरीबी पर गरीबी की मार है,

कोरोना जल्दी जाए अब बस यही अरमान है|


किसान के लिए लॉक डाउन माथे का पसीना है,

फिर भी घर में रहना है क्योंकि जीना है|


बूढ़ा किसान यही सोच रहा है ऐसा कभी देखा नहीं,

दुनिया की रफ्तार रुक सी गई अमीर गरीब सब यहीं के यहीं|


लक्ष्मण रेखा पार मत करना निश्चय ही तुम्हारी जीत,

पुराना रूपी रावण की शक्तियां फिर होगी क्षीण।


एक चला देश संभालने उसका सहयोगी बनना है,

नई ऊर्जा के साथ चलो अब विश्व गुरु भी बनना है।


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