STORYMIRROR

Niharika Chaudhary

Romance

3  

Niharika Chaudhary

Romance

आंखें

आंखें

1 min
224

बिन बोले ही खुशी या ग़म को

बयान कर देती है ये आंखें।


बिन बोले ही दोस्ती को

चाहत में बदल देती है ये आंखें।


दिल से दिल की डोर को

मजबूती से बाँध देती है ये आंखें।


कोन कहता है प्यार का इज़हार

करने के लिए जुबान की ज़रूरत होती है,


चुप रहकर भी चाहत का

इज़हार किया जा सकता है


क्यूँकि खामोश रहकर भी दिल की

दास्तान बयान कर देती है ये आंखें।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance