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Namrata Amin

Romance

3  

Namrata Amin

Romance

आखिर क्यों ?

आखिर क्यों ?

1 min
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है ये कैसा अजीब - सा आलम, जिससे है अंजान हम,

कल कुछ और थे, आज कुछ और है हम।

 

क्यों दिल मेरा कुछ अलग से धड़कना चाहता है ? 

क्यों ये पागल दिल उदासी महसूस करना चाहता है ?

 

क्यों हमारी ये जुल्फें, लहराते हुए, रूठकर हम ही से

चाहती हैं संवरना किसी अजनबी के प्यार से ?

 

क्यों ये आँखें तरस जाना चाहती हैं इंतज़ार करके ?

क्यों ये नज़रें भी मुड़ - मुड़ के पीछे देखना चाहती है ?

 

क्या हो गया है पांव को जो रुक - रुक के चलना चाहते हैं ?

क्यों ये बेल किसी पेड़ से लिपट जाना चाहती हैं ?

 

क्यों ये पलकें उठ के झुक जाती हैं पर झुक के नहीं उठती ?

क्यों ये निगाहें किसी के लिये राह में पथराना चाहती हैं ?

 

आखिर किसका इंतज़ार है ये ?

कौन है वो जिसकी जन्मों से तलाश है ?

कौन है वो, जो नहीं है फिर भी इंतज़ार उसी का है ?


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