"आजादी का महोत्सव "।
"आजादी का महोत्सव "।
आजादी का महोत्सव, भरता सबमें जोश।
क़िस्से आजादी के सुन, आता हममें होश।
आता हममें होश, हो जाते हम दीवाने।
याद करके वो दिन, कूद पड़ते बन मस्ताने।
कह "जय" करके कर्म, बने हम सब फौलादी।
नमन तमाम शहीद, मनाएं हम आजादी।
