STORYMIRROR

Bharat Paswan

Inspirational

2  

Bharat Paswan

Inspirational

आज वक्त नहीं है उनके पास

आज वक्त नहीं है उनके पास

1 min
682


आज वक्त नहीं है उनके पास

दो प्यार के पल बीताने को

कभी जन्मों का साथ निभाने की

बात कहते थे

क्या शिकवा करूं उनसे

जो कभी हमारा था ही नहीं


हम ही प्यार निभाते रहें उनसे

लेकिन उसने मेरा इस्तेमाल क्या खूब किया

ये वक्त- वक्त की बात है

जहां बुरे वक्त में कोई देता नहीं साथ है

आज कहती है वो

सोचो अभी ऐसी हो तो बाद में

कैसी हो जाऊंगी


अरे कुछ नहीं बदलेगा तुम्हारे बदलने से

हम तो कल भी प्यार करते थे

और हमेशा तुम्हें प्यार करते रहेंगें

हम तो चमकते रहेंगे इस आसमां में

लेकिन तुम बदलने की कोशिश में खुद

अंधेरे में खो जाओगी


कहना बहुत कुछ है तुमसे

पर दिल अक्सर समझाता है

तू तो टूटा है पहले से अब क्या

टुकड़ों में बिखरना चाहता है


संभाल खुद को और

चल अकेले इस जिंदगी की राहों में

क्यों अफसोस करता है उनका जो

अपनों को भुलाकर परायों पर मरते हैं.


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational