आगाज़ है ये नूतन वर्ष का
आगाज़ है ये नूतन वर्ष का
क्षमा याचना कर लें अब बीते वर्ष की,
कुछ नई योजना बनाएं नूतन कल की !
बीते साल का यह आखिरी अभिवादन,
और नूतन वर्ष का है दिल से अभिनंदन !
आओ, हम अब कुछ नए रिश्ते बनाते हैं,
कुछ पुराने रिश्ते भी मिलकर सजाते हैं !
दिल जो दुखित हुआ हो अगर किसी का,
क्षमाप्रार्थी होना चाहिए कुछ ऐसे लोगों का !
बढ़ते हैं आगे अब बीते रंजो गम भुला कर,
आओ करें मौज़ और हर्ष व उल्लास करें !
आओ,अब मिलकर कुछ नए सपने बुनते हैं,
एक नूतन नया खूबसूरत सा सवेरा लाते हैं !
कुछ अच्छी बातें अपने दिल की सुनाते हैं ,
कुछ नई पुरानी बातें उनकी भी सुनते हैं !
कुछ वादे उनके माने और उनसे भी मनवाएं,
जिन्होंने दिए हमें आंसू, उनका भी शुक्र मनाएं !
हम आभार उनका करें जो पाठ नए पढा गए,
सीखा है उनसे कुछ,जो नये अंदाज सिखा गए !
इस साल का है यह हमारा आखिरी नमस्कार
नूतन नववर्ष में अब लाए हम खुशियां अपार !
अब ना कोई रंजो गम किसी के पास आए,
*खुदा करे, यह नया साल सबको रास आए !
यह खूबसूरत अंदाज़ रहा था बीते वर्ष का,
अब स्वागत व आगाज है इस नूतन वर्ष का.!