STORYMIRROR

somya mohanty

Abstract

1  

somya mohanty

Abstract

२० नवम्बर -अबोर्सन

२० नवम्बर -अबोर्सन

1 min
36

है वो दरिन्दा उस हक़ीक़त से अनजान,

वो भी जन्मा उसी औरत से

भ्रूण हत्या के नाम पर एक अबोर्शन साथ दे जैसे हत्यारा है वो खुद की माँ का

ना बदले वो सोच अपने

ना समझे दर्द उस माँ का

जो परिन्दे थे वो अपने दिल से

और मिला समाज से

ज़िन्दगी एक कटिपतंग की।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract