कन्हैया जी, आप जो कुछ कह रहे हैं मुझे समझ नहीं आ रहा कि ईश्वर की यह क्या माया है।
सेक्रेटरी साहब की बात सुनकर सब के मुँह पर ताला सा लग गया ।
……फिर सब शांत हो गया। माँ अकंप बैठी रहीं। हमारे भीतर सालों पुराना डर फिर से सिर उठाने लगा। लगा माँ किसी के भी मरने पर नहीं रोएंगी,...
माँ को सोचते छोड़ वीना अपने काम से बाहर चली गयी।
‘‘अरे कहाँ मर रहा था, कितनी देर हो गई कुछ पता है तुझे ? तीन से अधिक हो गये हैं, अभी तक कुछ खाया-पिया तू ने ? या गुटखा ही ....
इस तरह थोड़ी समझदारी और थोड़े सामंजस्य से घर सुचारु रूप से चल पड़ा !
मैंने अपना सबकुछ खोकर भी ख़ुद को कभी बिखरने नहीं दिया!
"क्या चन्द्रमा वाकई में कुएं में गिरा है,नहीं न?
कहानियां खत्म हो सकती पर किरदार अमर हो जाते हैं।
मैं अपने पति की तीसरी पत्नी हूँ। हां, तीसरी पत्नी।
दिमाग नही दिल सर जुड़े थे दोनों।
उन्होंने बोला "क्यों तुम उसे भूल नहीं जाती हो? वो अब कभी वापिस नहीं आएगा!
“सुन रहे हो ? मैं चाँद निगल गयी दैया रे.... अंग पे ऐसे छाले पड़े।"
अब भी हर महीने हैदराबाद जा कर सड़को पर घूमता हूं शायद नियति दिख जाए।
"कुछ भी सोचने से पहले इसमें रखें पत्र को एक बार जरूर पढ़ लेना।"
धनु कोष्ठक - ...
रेत का घरौंदा
अवरोध
देरी का कारण
शोलागढ़ @ 34 ...
मित्र क्यों ब...
" इज़्ज़त... "
मैं ...
चिटकते अहम्
विविधा
यह सुनकर ब्रह्माजी कहने लगे- मैं तुम्हारा रक्षक हूं। यह सुनकर ब्रह्माजी कहने लगे- मैं तुम्हारा रक्षक हूं।
तभी मनु का भतीजा आकर उसके पास बैठकर, रोने लगा। तभी मनु का भतीजा आकर उसके पास बैठकर, रोने लगा।
किसी एक दिन पुरी तरह इस दुनिया से गुमशुदा हो जाएंगे... किसी एक दिन पुरी तरह इस दुनिया से गुमशुदा हो जाएंगे...
र बारिश में भीगते-भीगते बहुत सी बातें की,यह बातें ही उनकी यादें बन गई। र बारिश में भीगते-भीगते बहुत सी बातें की,यह बातें ही उनकी यादें बन गई।
अँधेरे में मेरे दिमाग के उजाले और ज्यादा साफ हो गये। अँधेरे में मेरे दिमाग के उजाले और ज्यादा साफ हो गये।
पहले तो जादूगर ने एक अमीर आदमी की हिम्मत का मजाक उड़ाया। पहले तो जादूगर ने एक अमीर आदमी की हिम्मत का मजाक उड़ाया।
सखू की आर्त पुकार से वैकुण्ठनाथ का आसन हिल उठा। सखू की आर्त पुकार से वैकुण्ठनाथ का आसन हिल उठा।
ठीक ऐसा ही दर्द अल्लामा इकबाल की शायरी “शिकवा” में भी मिलता है।। ठीक ऐसा ही दर्द अल्लामा इकबाल की शायरी “शिकवा” में भी मिलता है।।
'भविष्यपुराण' में महाराज जयचंद्र की माता का नाम चन्द्रकान्ति बताया गया है। 'भविष्यपुराण' में महाराज जयचंद्र की माता का नाम चन्द्रकान्ति बताया गया है।
नेटिक ने भी शिवन्या को जीवन जीने का एक अलग तरीका दिखाया। नेटिक ने भी शिवन्या को जीवन जीने का एक अलग तरीका दिखाया।
अर्जुन ने सुना था कि माही अपने मायके चली गई है। अर्जुन ने सुना था कि माही अपने मायके चली गई है।
सरोज अपने शिक्षण के जुनून को फिर से शुरू करने के अवसर पर बहुत खुश थी। सरोज अपने शिक्षण के जुनून को फिर से शुरू करने के अवसर पर बहुत खुश थी।
रिया बूढ़े आदमी की दयालुता से हैरान रह गई। रिया बूढ़े आदमी की दयालुता से हैरान रह गई।
अनुराग ने सोचा कि यह सिर्फ एक और शरारत है, इसलिए उसने उसे नंबर दे दिए। अनुराग ने सोचा कि यह सिर्फ एक और शरारत है, इसलिए उसने उसे नंबर दे दिए।
काजल उसके कार्यों से हैरान थी, उसकी लगातार उपस्थिति से घुटन महसूस कर रही थी। काजल उसके कार्यों से हैरान थी, उसकी लगातार उपस्थिति से घुटन महसूस कर रही थी।
वैसे ही यह मसला सुलझने के बाद ऑफिस का माहौल भी ख़ुशनुमा हो जाएगा… वैसे ही यह मसला सुलझने के बाद ऑफिस का माहौल भी ख़ुशनुमा हो जाएगा…
वह पास की एक पहाड़ी पर चढ़ गई और धरती में गायब हो गई, फिर कभी नहीं दिखी। वह पास की एक पहाड़ी पर चढ़ गई और धरती में गायब हो गई, फिर कभी नहीं दिखी।
अलेक और परी ने मिलकर रंग-बिरंगे बुग्गी पर सवारी की। अलेक और परी ने मिलकर रंग-बिरंगे बुग्गी पर सवारी की।