मित्र क्यों बने शत्रु
मित्र क्यों बने शत्रु
कुत्ता ,बिल्ली और चूहा तीनों बहुत गहरे मित्र थे lबिल्ली किसी पेड़ पर चढ़कर फलों को तोड़ती और नीचे गिराती तो चूहा और कुत्ता उसे मिल बैठकर खाते और इसी तरह जब कुत्ता किसी घर से जब कोई सामान उठा कर लाता तो बिल्ली और चूहे उसे मिलकर खाते थे l तीनों की दोस्ती ऐसे ही दिन पर दिन मजबूत होती जा रही थी l
कुत्ते ने अपना एक स्कूल खोल रखाा था जिसमें उसके बिल्ली के और चूहे केेे बच्चे पढ़ते थेेl उसके स्कूल में एक छोटी सी लाइब्रेरी भी थी l जिस में रंग बिरंगी बहुत सी कहानियों की किताबे भरी हुई थी जिसे पढ़कर उन तीनों के बच्चे बहुत खुुश होते थे l
गर्मियों की छुट्टी में भी वे लोग कुछ समय केेेे लिए लाइब्रेरी में जाते और अपने मनपसंद की किताबोंं को पढ़कर प्रसन्न होते थे l
एक बार कुत्ते के मौसी के लड़की की शादी पड़ गई तो कुत्तेे को कुछ दिन के लिए अपनेेे परिवार के साथ मौसी के यहांं जाना पड़ गया l जाने से पहले उसने लाइब्रेरी की चाबी बिल्ली को सौंप दी ताकि बिल्ली और चूहे के बच्चे खाली समय में अच्छी-अच्छी किताबें और कहानियां पढ़ सकें l बिल्ली नेे लाइब्रेरी की चाबी संभाल कर रख ली l अब वह रोज एक निर्धारित समय से लाइब्रेरी को खोला करती थी और उसके और चूहे के बच्चे किताबों को पढ़ा करते थे l समय बीतता गया और नियमित रूप सेेे उनका पढ़ने का यह क्रम चलता रहा l
बिल्ली को अपनेे बच्चों के साथ बुआ के यहांं जाना हुआ l बिल्ली ने लाइब्रेरी को बंद करके चाबी को अपने साथ ले चाहती थी l लेकिन चूहे ने आग्रह कियाा कि चाबी मुझे दे दे मेरेेे बच्चे दिनभर फालतू केेे इधर-उधर घूमेंगे बिल्ली ने चाबी चूहे को देे दिया और चूहे के बच्चे नियमित पढ़ने लगे l
एक दिन चूहा अपने बच्चों को लाइब्रेरी में छोड़कर बाहर खाना की तलाश में चला गया और लाइब्रेरी का ताला बाहर से बंद कर दिया l
चूहे के बच्चे कुछ देर तक पढ़ते रहे उनको कुछ शरारत सूझी उन्होंने धीरे-धीरे लाइब्रेरी की सारी किताबेंं कुतर दी जब चूहा खाना लेकर वापस आया लाइब्रेरी की दशा देखकर दंग रह गया l बिल्ली के डर से चूहा अपने बच्चों को लेकर वहां से भाग गई l
दो दिन बाद जब बिल्ली और कुत्ता वापस आए तो लाइब्रेेरी को देखकर आपस में खूब झगड़ने लगे l
जब पूरी तरह से मामला खुला तो तीनों दोस्त एक दूसरे के खून केे प्यासे हो चुके थे तीनोंं कि यह दुश्मनी आज भी बरकरार है l