जीवन सफर के राही
जीवन सफर के राही
जीवन तो है एक सफ़र ही सही यह सफर में भूल तो होगी॓,
वो भूल को दोहरा न सको तो सही...
गर सफर में राह न मिलती
तो रुक जाता है राही,
जीवन में दो राहें पर आकर
आगे बढ सको तो सही...
हमसफर हो जो जीवनसाथी,
वो साथ जीवनभर निभा सको तो सही...
सफ़र में जो मिले तनहाई, ओ हमराही,
यादों के सहारे जो तडप सको तो सही...
जीवन की दोपहर में धूप तो होगी कडी,
वो धूपको छांव में बदल सको तो सही...