प्यार की उम्र
प्यार की उम्र
प्रिया की शादी एक ऐसे हालात में तय हुई थी, कि उसके पास हाँ करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं था। उसके पिता ने अपने जीवन के अंतिम क्षण में उसका हाथ अंश के हाथ में दे दिया था। प्रिया की माँ बचपन में हीं गुज़र गई थी। प्रिया के पास सिवाय अंश के अपना कोई नहीं था।
अंश प्रिया से लगभग 13 साल बड़ा था। प्रिया को अपनी ज़िन्दगी बेहद बुरी और नीरस लगने लगी थी। उसकी पढ़ाई भी बीच में हीं रुक गई थी| पर अंश ने कभी – भी प्रिया पर किसी प्रकार का दबाब नहीं बनाया।
एक दिन प्रिया ने अंश से कहा,”मुझे आगे की पढ़ाई पूरी करनी हैं। मैं फैशन डिजाइनिंग करना चाहती हूँ”. अंश वहां से चुप-चाप निकलगया।
प्रिया का चेहरा मायुस हो गया। रात को जब अंश लौटा तो अपने साथ उसने कॉलेज का फॉर्म ले कर आया और प्रिया के हाथों में दे दिया।
प्रिया ने तैयारियाँ कि, उसे हमेशा अपने कामों के लिए बाहर जाना होता था। जिसके लिए अंश ने उसे गाड़ी सिखाई और आत्मनिर्भर भी बनाया। प्रिया को अपने प्रेजेंटेशन के लिए मॉडल की जरुरत थी, और उसने अपना मॉडल अंश को बनाया| वह अंश को नए-नए तरीके के कपड़े पहनाती। अंश भी अपने ऑफिस के खाली समय में मॉडल्स के पोज़ देखता और सीखने की कोशिश करता| उन दोनों की सोच भी अब एक दूसरे को लेकर बदल रही थी।
कुछ समय बाद प्रेजेंटेशन देने का दिन भी आ गया। प्रिया ने अपनी प्रेजेंटेशन दी जिसमें अंश को उसने अपना मॉडल बनाया था। सब कुछ अच्छे से हो गया और सबको अब अपने रिजल्ट्स का इंतजार था। प्रिया का सिलेक्शन हो गया और नाम लिखवाने के लिए तुरंत एक लाख रूपए चाहिए थे। ये सुनकर प्रिया मायुस हो गई, कि इतने पैसे तुरंत कहाँ से आएंगे। अंश ने तुरंत अपने पास से चेक निकला और प्रिया के तरफ आगे बढ़ा दिया, अंश ने कहा,”मुझे विश्वास था कि तुम्हारा सिलेक्शन जरुर होगा और मैंने यहाँ की फीस पहले ही पता कर ली थी”| प्रिया ने अंश को गले लगा लिया।
एक रात जब अंश और प्रिया बाहर बैठे थे,तब अंश ने प्रिया से कहा,”हमारी शादी विपरीत परिस्थितियों में हुई थी”| मैं ऐसे भी तुमसे 13 साल बड़ा हूँ,हमारा कोई मेल नहीं है, तुम मुझसे तलाक ले लो। मेरा फ़र्ज़ था, तुम्हें तुम्हारे पैरों पर खड़ा करना, अब तुम अपनी जिंदगी जियो”|
प्रिया ने कहा,” मैं आज जो कुछ भी हूँ आपके वजह से हूँ| आपने मेरे सपनों को अपना सपना माना और उसे पूरा किया|,भले हीं हम में उम्र का अधिक फासला है, पर मैं अब आपसे प्यार करने लगी हू,| आपसे बेहतर इंसान मुझे कभी नहीं मिलेगए ".
“प्यार उम्र नहीं देखता समर्पण और भाव देखता है”| दोनों ने एक दूसरे को देखा और गले लगा लिया।