सिगरेट की आदत किसे है...
सिगरेट की आदत किसे है...
मुंबई का रेलवे स्टेशन, सबसे व्यस्त स्टेशन है, और भीड़-भाड़ वाला भी। इसी भीड़ में से है वरुण। जो हर दिन यहां से अपने ऑफिस तक का सफ़र तय करता है। हर दिन की आपाधापी, काम के स्ट्रेस के कारण, वरुण को इक बुरी आदत लग गई, ”सिगरेट की आदत”। वह छोड़ना तो चाह रहा था पर आदत से मजबूर था।
उस दिन ट्रेन के लेट होने के कारण, वरुण वहीं बैठकर इंतज़ार कर रहा था। इतने में एक लड़की गुस्से में बड़बड़ाती हुई आई और वरुण के पास बैठ गई। वरुण ने पूछा, क्या हुआ आप इतने गुस्से में क्यों है? उस लड़की ने कहा,”आपको मतलब”। वरुण बोला, जी मैं तो यूं ही पूछ रहा था। उस लड़की ने कहा,”वहां कुछ लड़के और मेरा दोस्त सिगरेट पी रहे है” आजकल के लोग कैसे होते हैं , अब आप ही बताइये सिगरेट पीने से कैंसर होता है। ये बात हर कोई जनता है फिर भी...मैंने तो समझाया पर कोई समझे तब तो। आप बताइये ये बुरी लत है या नहीं। अपने सिगरेट के डिब्बे को छुपाते हुए वरुण ने हामी भरी। इसी बीच वरुण की ट्रेन आ गई और वह कल मिलते हैं कहकर ट्रेन में बैठ गया। पर रास्ते भर वरुण को हिम्मत नहीं हुई कि वह सिगरेट का डब्बा बाहर भी निकले।
अगले दिन वरुण स्टेशन पहुँच चुका था। कल एक बार भी सिगरेट को हाथ नहीं लगाया था, पर अब बेचैनी बढ़ रही थी।उसने सोचा एक पी लेता हूँ कुछ नहीं होगा। एक कश लगाया ही था कि वह लड़की वहां पहुँच गई। पर बिना गुस्सा देखाए उस लड़की ने वरुण के हाथों से सिगरेट लेकर अपने मुंह के पास रख लिया और ज़ोर से फूंक मारकर, वह धुँआ वरुण के मुंह पर फैला दिया। हटाइये इसे, छि: कितना गन्दा है, प्लीज मेरी साँस फुल रही है। सिगरेट को कुचलते हुए उसने कहा, देखा कितना गन्दा है ये। जिस तरह से आपको इसकी दुर्गंध से आपको परेशानी हुई, उसी तरह हम सबको भी होती है। जब कोई आसपास बैठकर कश लगा रहा होता है। इसके दुर्गंध भरे केमिकल्स, पीने वाले और नहीं पीनेवाले दोनों को नुकसान पहुंचाते है। भारत में 11% मृत्यु सिगरेट पीने के कारण ही होती है, और भारत को 4वां स्थान प्राप्त है। सिगरेट की आदत आपकी हाथों को है। जो बारबार इसे उठाकर मुंह तक ले जाते हैं। जब भी ऐसा मन करे आप कुछ हेलदी उठा लीजिए।
वरुण को अपनी गलती का एहसास हो गया था, कि वह अपने फेफड़ों में जहर भर रहा था। इसी बीच ट्रेन आने की घोषणा हुई और भीड़ भी बहुत बढ़ गई। वरुण उस लड़की से कुछ पूछता, पर वह भीड़ में समा गई। पर वरुण को एक नया सवेरा दे गई। सिगरेट के डब्बे को कूड़ेदान में फेंककर कभी भी सिगरेट नहीं छूने का और लोगों को जागरूक करने का प्रण लेकर वरुण भी अपने गंतव्य के ओर बढ़ गया।