वो किसी की तो बहन होगी
वो किसी की तो बहन होगी
मनोज- यार रोहन कल से छुट्टी पड़ रही है कुछ प्लान बना कहीं चलते हैं ।
रोहन- मनोज भाई कहीं नही जा रहे, अकेले-अकेले कब तक घुमेंगे कोई साथ हो तो मजा ही अलग है।
मनोज- यू मीन टू से ?
रोहन- हाँ भाई हाँ, तू सही समझ रहा है। वैसे तरुण कहाँ है ? दिख नहीं रहा वो।
मनोज - वो तो कल ही ट्रिप में गया है।
रोहन - नहीं यार...किसके साथ और कहाँ ?
मनोज- उसने बताया नहीं मैंने तो उसका स्टेट्स देखा था और मेसेज किया लेकिन उसका कोई रिप्लाई नहीं आया।
रोहन - जाने दे यार, मजे ले रहा होगा किसी के साथ।
अगली सुबह-
मनोज - अबे रोहन ये देख ये देख तरुण का नया स्टेट्स।
रोहन- क्या हुआ भाई ?
मनोज - ये देख भाई तरुण ने एक लड़की के साथ पहाड़ पर फोटो खींच कर स्टेट्स लगाया है।
रोहन - अबे नहीं इसकी तो... इससे इतनी अच्छी लड़की कैसे पट गई ? और तो और हमें चिढ़ाने के स्टेट्स भी लगा रहा है रुक अभी ग्रुप में डालते हैं अभी मजा चखाते हैं, बाकियों को भी पता चले कि तरुण गद्दार निकला।
रोहन - ये देखो भाईयों अपना तरुण पहाड़ियो पर मजे कर रहा है।
रमन - वाह क्या हरियाली है।
विराज - भाई को साथी मिल गई।
कुछ समय बाद तरुण जब इंटरनेट खोलता है तो पता चलता है ग्रुप में सुबह-सुबह पचास मेसेज...वो यह सोच कर खुश था की छुट्टी के दिन भी दोस्त एक दूसरे से बात करते हैं लेकिन ये खुशी ग्रुप खोलने तक ही थी, जैसे ही उसने सारे मेसेज देखे वो खुद को सम्भाल नहीं पाया और वो उस हर एक गुस्सा था जिसने इतने गंदे कमेंट किए क्योंकि वो लड़की कोई और नहीं तरुण की बहन थी।
तरुण - गुड मॉर्निंग भाईयों, आज तुम सब को मुझे दोस्त बोलने में शर्म आती है तुम्हारी ऐसी प्रतीक्रियाओं ने मुझे तोड़ दिया आज।
रोहन - ओहो देखो-देखो कौन शर्म की बात कर रहा है, करतूत तुम करो, शर्मिंदा होने की और शर्म की बात हमसे करता है।
तरुण - रोहन सुन तेरी बहन है ?
रोहन - ओए तमीज से मेरी बहन को बीच में मत ला।
तरुण - मतलब तेरी बहन है, एक बात बता अगर कोई तेरी बहन को ये सब कहे जो तुने इस लड़की को कहा जो मेरे साथ फोटो में है तो तू उसे क्या कहेगा ?
रोहन- मैं उसे जान से मार दूँगा कोई बोल के दिखा दे बस एक बार।
तरुण - भाई तो अब मैं तेरे साथ क्या करूँ ? क्योंकि ये लड़की कोई और नहीं मेरे ताऊ की बेटी यानी मेरी छोटी बहन है।
रोहन यह मेसेज देख कर एकदम शर्म से मर गया, भाई सॉरी मुझे माफ कर दे मुझे पता नहीं था वो तेरी बहन है, मेरा भाई प्लीज मुझे माफ कर दे।
रोहन और तरुण के मेसेजस देख कर सभी तरुण को सॉरी कहने लगे।
तरुण - एक मिनट दोस्तों ये अचानक इतने सॉरी क्यों ? तुम में इतनी इंसानियत इतनी जल्दी ?
मनोज - भाई सॉरी यार सही में पता नहीं था कि वो तेरी बहन है।
तरुण - मतलब जब तक तुम्हे पता नहीं था कि वो मेरी बहन नहीं तब तक वो तुम्हारी हरियाली, तुम्हारा मौसम, और भी सब थी और जैसी ही पता चला की वो मेरी बहन है तुम सब सॉरी बोल कर भले बन गए। वाह यार मतलब कोई लड़की अगर तुम्हारी बहन नहीं तो तुम उसे कुछ भी बोल सकते हो ? थोड़ी शर्म करो यार आज हम २०१८ में है जहाँ कोई लड़की किसी की बहन हो या न हो वो अकेले भी इस तरह घुम सकती है उसे कुछ कहने का हक न तुम्हारा है और न मेरा और न किसी और का। एक लाइन सुनी होगी दुनिया कहाँ से कहाँ पहुँच गई और तुम यहीं के यहीं रह गए।
पता है हम आगे क्यो नहीं बढ़ रहे ? क्योंकि हमारी सोच आगे बढ़ने लायक नहीं है, वो लड़की मेरी बहन हो या न हो वो तुम्हारी बहन हो या न हो लेकिन कभी भी कुछ कहने और सोचने से पहले ये ध्यान रखना की वो लड़की तुम जैसे ही किसी की एक की बहन हो सकती है।
तुम दोस्त हो इसीलिए इतना समझा रहा हूँ उम्मीद है तुम आगे से इन बातों का ध्यान रखोगे।रोहन - थैंक्स तरुण, इतना सब होने के बाद तूने मुझे दोस्त कहा, मैं आगे से इन सारी बात का ध्यान रखूँगा और कोशिश करूँगा जितना हो सके लड़कियों के सम्मान में सब को यही समझाऊँ।
नमस्कार
यह कहानी एक उदाहरण है , यह कोई नयी कहानी नहीं है, ऐसा तो न जाने हमारे आस-पास कितनी बार होता है। पर हमारे पास नहीं होता तो बस वो तरूण जो बिना किसी असभ्यता के अपने दोस्त को समझाए, अच्छे दोस्त के साथ-साथ वो एक अध्यापक की भूमिका भी निभाए, जो एक दोस्त को करना चाहिए और न हमारे पास कोई रोहन होता है, जो अपनी गलती को स्वीकार कर अपनी सोच को बदलता है।
"बुरे इंसान को मार कर बुराई खत्म नहीं होती, बुराई को मार कर बुरे इंसान खत्म होते हैं।"