Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Nikita Vishnoi

Inspirational

5.0  

Nikita Vishnoi

Inspirational

अभी बाक़ी है उड़ान

अभी बाक़ी है उड़ान

2 mins
354


मनन जैसा नाम वैसा ही उसका काम, हर वक़्त मनन चिंतन में ही खोया रहता जिंदगी में खुद का आगे का बढ़ने तो अरमान था ही उसका वो सभी के हित के अनुकूल भी सोचता था, उसके सपनों में थोड़ी सी गुस्ताखी करने का साहस कर रही हूं क्योंकि मुझे भी इस लड़के के फलते हुए अरमान का एक नज़ारा देखना था और नज़ारे के नज़र के दीदार के लिए एक छलाँग मारनी थी। तो जब मैंने उसके छिपे हुए सपनों पर से चादर हटाने की कोशिश की तब वहां पर उपस्थित सिक्योरिटी ने मनन को चेतावनी दी कि कोई तुम्हारे सपनों के खजाने को लूटने का दुस्साहस कर रहा है। तब मनन की कही बात दिल लग गयी हृदय में गहराई के तलस्पर्शी उसकी बात मुझे सोचने को मजबूर कर गयी ,"जो बात मनन ने कही वो कुछ इस प्रकार है,

जो आगोश में रहना चाहते है ख़्वाबों में मेरे

उन्हें ख्यालों से छेड़खानी आनी चाहिए

जो लूटना चाहते है तिजोरी को मेरी

उन्हें खिलाफत की भाषा भी आनी चाहिए "

वज़नदार बात जिसे समझने में मैंने घण्टों का समय लगा दिया, अब सिक्योरिटी ने मुझे अंदर जाने की आज्ञा दे दी थी। मैं शौक से अंदर गयी, मनन भी सपनों की दुनिया में सैर कर रहा था। आहिस्ता ही बढ़कर उसने मुझे दूसरे रास्ते की तरफ मुड़ने की हिदायत दी। मैं अपनी मस्ती में चली जा रही थी मुझे जो राहगीर मिलें उनसे आपको भी अवगत कराती हूं, पहले मिला भ्रस्टाचार, फिर गरीबी, लाचारी ,धोखा ,बेरोजगारी विकृत मानसिकता के लोग, नशेड़ी लोग ,सट्टे जुए लगाने वाले लोग, देह व्यापारी और स्वार्थपरायण लोग। इन सबको देख कर अपनापन वहाँ से भाग गया था, उसके पीछे खुशी, अच्छाई ,परोपकारिता, स्नेह, मानवता की भावना ,कृतघ्नता ,भाईचारा भी भाग गए। जो आजतक नहीं मिल रहे, पर आगे दीवार पर कुछ लिखा था, मैं रुकी मैंने देखा उस पर लिखा था ये सब भागकर (उपर्युक्त भागे लोग) संतोषी लोगो के यहाँ गए है, कुछ दूर चलने के बाद मैंने देखा ये सन्तोषी इंसान है कौन? पीछे से आवाज़ आई शायद मनन की आवाज़ थी हां मनन ही था, उसने कहा मेरा सपना यही पर रुक गया है आगे मत जाओ उलझ जाओगी ये मायावी दुनियादारी है उसने बताया मैं इन अच्छे भागे हुए लोगो को ढूंढ रहा हूँ जो संतोषी व्यक्ति के यहाँ पर ठहरे हुए है। मेरी बौनी उड़ान उन्हें ढूंढ पाने में अभी अक्षम है क्या तुम मेरी सहायता करोगी। प्रत्युत्तर मेरा हाँ ज़रूर .....तब से अभी तक कोई संतोषी नहीं मिला। कृपया आपको मिले तो बताना एक बौनी उड़ान भरना बाक़ी है।



Rate this content
Log in

Similar hindi story from Inspirational