प्यार धर्म से ऊपर
प्यार धर्म से ऊपर
कहते है कि प्यार उम्र, धर्म, जाति कुछ नहीं देखता है, जिससे होता है हो जाता है। ऐसी ही एक कहानी है रिहान और ईशा की।
रिहान एक मुस्लिम लड़का जो कि ईशा नाम कि एक हिन्दू लड़की से बेहद प्यार करता था। ईशा भी रिहान से उतना ही प्यार करती थी। दोनों अपनी लव लाइफ अच्छे से जी रहे थे। खुशियाँ ही खुशियाँ थी दोनों की जिंदगी में, पर इक दिन इन खुशियों को नजर लग गई। उनके घरवालों को उनके प्यार के बारे में पता चल गया और उन्होंने उन दोनों को अलग कर दिया।
दोनों का मिलना बंद हो गया और दोनों दुखी रहने लगे। दोनों एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे तो दोनों घर से भाग गए। वो भागने में सफल हुए ही थे कि उनके घरवालों ने उन्हें पकड़ लिया और मार-पीट शुरू कर दी, पर रिहान ने ईशा का साथ नहीं छोड़ा। मार-पीट के कारण दोनों के शरीर से खून निकलने लगा।
तब रिहान ने अपना और ईशा का खून मिलाकर तेज आवाज में कहा- पहले आप इस खून में से हिन्दू और मुस्लिम का खून अलग कीजिये फिर हम को अलग करना। जब हम सबके खून का रंग एक है तो हम सब एक क्यों नहीं।
फिर उनके घरवाले खून को अलग करने में असमर्थ हुए और उन्होंने उन दोनों को अपना लिया। फिर उसी खून से रिहान ने ईशा की माँग भर दी। सच में प्यार धर्म से ऊपर है।