मेरी नानी
मेरी नानी
कितनी प्यारी मेरी नानी
मुझे सुनाती रोज़ कहानी
गाने लोरी और कहानी
नानी को सब मुंह ज़ुबानी
मुझको झूला भी झुलाती
लोरी गाकर मुझे सुलाती
सुबह सुबह मुझे नहलाती
सुन्दर कपड़े भी पहनाती
काला टीका रोज़ लगाती
सबकी नजर से मुझे बचाती
उंगली पकड़कर मुझे चलाती
लल्ला मुन्ना कहकर बुलाती
मैं जब रूठ जाता तो
बड़े प्यार से मुझे मनाती
घर भर में सबसे सयानी
कितनी प्यारी मेरी नानी....