जीने का उद्देश्य
जीने का उद्देश्य
जीवन में कुछ कुछ पल कुछ ऐसे भी घटते हैं
यादों की माला में वो मोती बनते हैं।
कभी-कभी कुछ ऐसे मंज़र आ जाया करते हैं
हिना का रंग लिए जो सदा महकते हैं।
जीवन की होनी -अनहोनी में ही रमते हैं
आशा के धागों से बंधकर सच्चाई से मिलते हैं।
पहुँच गर्दिश में जमीन को तकते हैं
इसीलिए तो शत शत वो गर्दिश में रहते हैं।
जीवन की अनुपम धारा में बहकर निर्मल रहते हैं
धूप छाँव के इस मेले में सदा तबस्सुम देते हैं।
मंजिल को धड़कन बना साँसों पे चलते हैं
अपने सत्कर्मों पर मुस्काया करते हैं।
बना प्रेरणा इनको जीवन का पथ तय करते हैं
साँसों के संग जीना है, उम्मीदों की सीढ़ी चढ़ना है।
अभी और भी आगे जाना है ऐसा सोचा करते हैं
इसीलिए महापुरुषों में सदा अग्रणी रहते हैं।।