चलो रोशनी की ओर
चलो रोशनी की ओर
सुबह की रोशनी
जगाने को आयी
चलो चलो उठ जाओ
है सुबह अब हुई।
रात के सपनों को
चलो पूरा है करना
रहना जाये वह भी
आधा अधुरा सपना।
नये दिन की ये
नई है शुरुआत
मंगलमय सब कुछ
करो शुभ शुभ बात।
क्या तेरा क्या मेरा
धरती, सूरज एक
कोई अपना नाम ले
बनो तुम ऐसे नेक।
नयी जिंदगी तुमको
हुई ऐसी ये भोर
सच्चाई के पथ पर
चलो रोशनी की ओर।