नारी-शक्ति
नारी-शक्ति
1 min
307
दुर्गा का स्वरुप तू…
लक्ष्मी का तुझ पर हाथ,
सरस्वती स्वयं जिसके
वास करे सदा साथ !
आवश्यकता आन पड़े,
तो काली का अवतार !
अन्नपूर्णा भी तू ही...
तेरी महिमा अपरम्पार;
शक्ति का तू प्रतिरूप,
आत्मविश्वास से भरपूर;
अबला जैसे अलंकरण,
हैं तुझसे कोसों दूर !