Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

जब से मोबाईल आया

जब से मोबाईल आया

1 min
6.9K


हर चीज का सही वक्त, लिमिट होना चाहिये...

क्या हर वक्त मोबाईल जरूरी है ?

दिन भर , उठते - बैठते खाते - पीते ...

देर रात तक...साथ में होना सचमुच जरूरी है ?


मोबाईल ने हमारी निजी जिंदगी पर ...

अनजाने में पुरी तरह .. काबू पाया है !

अब हम उसके अधीन हो चुके हैं ...

मानो कुछ लोग तो बिलकुल दिवाने हो चुके.!


सही तकनीक का सही इस्तेमाल होना...

बेहद ज़रुरी है.. जाने कब ? कैसे ? समझ पायेंगे ?

मानो जैसे हाय स्पीड कि गाड़ी थमा दी हाथ में ..

चलाना - भगाना कैसे ? कहाँ है रुकना पता नहीं !


हाय स्पीड में गाड़ी चलाते मोबाईल पर बातें करना ...

छोटे - छोटे बच्चों के हाथ में देना नहीं, हम भूल गये हैं !

खाते पिते - मोबाईल से खेलना ,फेसबुक, व्हाट्सअप पर

चैटिंग करना ... अब हमारी आदत बन गई हैं !


हमारी जिंदगी में जब से मोबाईल आया है...

दिलो दिमाग में ... जादू सा छाया है !

मगर कब, कहाँ ? कैसे इस्तेमाल करें ?

यह हमे आज तक समझ नहीं आया है !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy