पी ओ के भारत पुन: हास्य व्यंग
पी ओ के भारत पुन: हास्य व्यंग
युद्ध विराम पांच मिनट, का बनता इतिहास।
अजरबैजान पुनः फिर, दागे द्रोण विनाश।1।
पुतिन किए मध्यस्थता , युद्ध बंद द्वि ओर।
तुर्की भड़काता पुनः , युद्ध पिपासु घोर ।2।
दस घंटे का परिश्रम ,हुआ पुतिन का व्यर्थ।
लगे अजरबैजान अरु, तुर्क पाक अनर्थ।3।
पाक नहीं यह चाहता ,तुरत युद्ध अवसान।
गरम तवे पर सेंकना , रोटी है अरमान।4।
रोटी यह कश्मीर की ,ईंधन होगा तुर्क।
भट्टी होगी चीन की ,जलेंं पाक के मुर्ग।5।
दावत पीओके चले, खाय हिंद की फौज।
बिरयानी स्वादिष्ट सी ,भारत की मनमौज।6।
ड्रैगन की मंशा बड़ी, बीजिंग ना विध्वंस।
इसीलिए वह पाक से, शुरू करेगा ध्वंस।7।
नष्ट हुआ यदि पाक तो ,नहीं चीन नुकसान।
युुद्ध बंद की घोषणा ,करे चीन अनुमान।8।
संंभव तो यह नहीं है , पर लेते हैं मान ।
यदि चीन है जीतता, पाक स्वान सम्मान।9।
चीन चरण को चाटना ,पाकी का तब काम।
जूूठी हड्डी पाक को , बेगैरत ईनाम।10।
ड्रैगन दक्षिण चाइना , भेजा युद्धक पोत।
ताइवान को डराने ,के प्रहशन की सोच ।11।
ट्रंप कोरोना से हुए , पुनः पूर्णता स्वस्थ।
तुरत दिए निर्देश हैं ,ताइवान आश्वस्त।12।
पेंटागन है भेजता ,युद्ध पोत अधिसंंख्य।
दक्षिण सागर चीन में, गस्ती करें निशंक्य।13।
ट्रंप दिए वक्तव्य हैं ,भारत के परिप्रेक्ष्य।
बातों से ना चीन का ,अब इलाज है शेष्य।14।
पाक चीन का हारना ,निश्चित जस ध्रुव सत्य।
पीओके भारत पुन:, सत्य सत्य अरु सत्य।