प्यार कब हो जाये पता नहीं
प्यार कब हो जाये पता नहीं
रंग बिरंगी इस दुनिया में
प्यार के रूप हज़ार हुए,
किसी के लिए पूजा,
किसी के लिए इबादत,
किसी के लिए खेल,
किसी के लिए सौदा हुआ,
किसी के लिए हवस,
किसी के लिए हक,
किसी के लिए ज़बरदस्ती,
किसी के लिए मस्ती हुआ,
प्यार तो प्यार है,
प्यार के हैं रूप हज़ार।
गर सिद्दत से कर लो इसको
तो भी हैं दुश्मन हज़ार,
ज़बरदस्ती हक ना तुम हम पर
अपना कभी जता पाओगे,
माना तुमसे प्यार हम
करते हैं और करते रहेंगे,
औरत हैं हम पर कमजोर नहीं
अपनी हिफाजत कर सकते हैं।
प्यार के बदले प्यार ही पाओगे तुम
नफरत के बदले नफरत ही पाओगे तुम,
प्यार दो दिलों का मिलन है, कोई सौदा नहीं;
प्यार समर्पण है बलात्कार नहीं,
प्यार पूछ कर नहीं होता किसी को किसी से,
प्यार कब हो जाये, ये कहाँ कोई जान पाता है...?