कि तुम्हारी खुशबू को जबरन दफना रहा हूँ। कि तुम्हारी खुशबू को जबरन दफना रहा हूँ।
औरत हैं हम पर कमजोर नहीं अपनी हिफाजत कर सकते हैं... औरत हैं हम पर कमजोर नहीं अपनी हिफाजत कर सकते हैं...
ख्याल अपना - अपना है सौभाव मेरा, मेरा ही रहेगा | मुझे मेरी गुमान ने नहीं, मेरी मर्यादा ने जकड़ रखी... ख्याल अपना - अपना है सौभाव मेरा, मेरा ही रहेगा | मुझे मेरी गुमान ने नहीं, मेरी...
इसकी हिफ़ाज़त तुम्हारी हो, फिर जन्नत भी तुम्हारी होगी। इसकी हिफ़ाज़त तुम्हारी हो, फिर जन्नत भी तुम्हारी होगी।
तरक्की ओ हो ज़मीर की सुनते कहते हो। तरक्की ओ हो ज़मीर की सुनते कहते हो।
जाग जाता फिर वही पुराना विचार। मैं यायावर ! जाग जाता फिर वही पुराना विचार। मैं यायावर !