तरक्की
तरक्की
तरक्की वो नहीं जहाँ झूठ को सच करवाते हों
तरक्की ओ हो ज़मीर की सुनते कहते हो
तरक्की वो नहीं जहाँ हर गरीब कि एक गाड़ी हो
तरक्की ओ हो .. आमिर भी पैदल चलते हो
तरक्की ओ हो ज़मीर की सुनते कहते हो
तरक्की वो नहीं जहाँ हर जीनत की हिफाज़त हो
तरक्की ओ हो .. हिफाज़त की ज़रुरत ही न हो
तरक्की ओ हो ज़मीर की सुनते कहते हो
तरक्की वो नहीं जहाँ काहिल-- रब से रूठे हो
तरक्की ओ हो-- ओ औरों को सहारा देते हो
तरक्की ओ हो ज़मीर की सुनते कहते हो
तरक्की वो नहीं जहाँ मुखिया खूब कहता हो
तरक्की ओ हो जो औरों को खूब सुनता हो
तरक्की ओ हो ज़मीर की सुनते कहते हो।
