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umesh kulkarni

Inspirational

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umesh kulkarni

Inspirational

तरक्की

तरक्की

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तरक्की वो नहीं जहाँ झूठ को सच करवाते हों

तरक्की ओ हो ज़मीर की सुनते कहते हो


तरक्की वो नहीं जहाँ हर गरीब कि एक गाड़ी हो

तरक्की ओ हो .. आमिर भी पैदल चलते हो

तरक्की ओ हो ज़मीर की सुनते कहते हो


तरक्की वो नहीं जहाँ हर जीनत की हिफाज़त हो

तरक्की ओ हो .. हिफाज़त की ज़रुरत ही न हो

तरक्की ओ हो ज़मीर की सुनते कहते हो


तरक्की वो नहीं जहाँ काहिल-- रब से रूठे हो

तरक्की ओ हो-- ओ औरों को सहारा देते हो

तरक्की ओ हो ज़मीर की सुनते कहते हो


तरक्की वो नहीं जहाँ मुखिया खूब कहता हो

तरक्की ओ हो जो औरों को खूब सुनता हो

तरक्की ओ हो ज़मीर की सुनते कहते हो।


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