ख्याल अपना - अपना है सौभाव मेरा, मेरा ही रहेगा | मुझे मेरी गुमान ने नहीं, मेरी मर्यादा ने जकड़ रखी... ख्याल अपना - अपना है सौभाव मेरा, मेरा ही रहेगा | मुझे मेरी गुमान ने नहीं, मेरी...
हाथ पकड़ कर भूला तो दो गुस्ताख दिल है हाथ पकड़ कर भूला तो दो गुस्ताख दिल है
वो लकीर जिसे दुःख कहते हैं, माँ ने बचपन में ही मिटा दी मेरी! वो लकीर जिसे दुःख कहते हैं, माँ ने बचपन में ही मिटा दी मेरी!
भगवान की जगह उनकी, होती है अब इबादत, बेगुनाह व गुस्ताख, होती है ये मोहब्बत... प्यार करनेवालों को ही ... भगवान की जगह उनकी, होती है अब इबादत, बेगुनाह व गुस्ताख, होती है ये मोहब्बत... प्...