एक और एक गया
एक और एक गया
एक और एक ग्यारह
खेल बड़ा ही प्यारा
संगठित हो सारे
शक्ति अपनी बढ़ा रे
कोई दुश्मन न मारे
मिलकर रहो सारे
सुख दुख मिलकर सहना
आपस मे कभी न लड़ना
सब मिल साथ मे रहना
न कोई तुमको तोड़ पायेगा
अपनी ताकत खुद ही बनना।
एक और एक ग्यारह
खेल बड़ा ही प्यारा
संगठित हो सारे
शक्ति अपनी बढ़ा रे
कोई दुश्मन न मारे
मिलकर रहो सारे
सुख दुख मिलकर सहना
आपस मे कभी न लड़ना
सब मिल साथ मे रहना
न कोई तुमको तोड़ पायेगा
अपनी ताकत खुद ही बनना।