ऐ वक्त
ऐ वक्त
ऐ वक्त तू अजनबी बन जा
तुझे पाने की ज़िद करूँ मैं
तू ऐसी मेहर बन जा
आज तू रुक जा दो पल ज़रा
तुझे मनाने का यत्न करूँ मैं
तू ऐसी प्रियतम् बन जा
दोहरायेंगे वही हसीन पल
बनायेगें सपनों का महल
तू ऐसा सुंदर खयाल बन जा
भरोसा कर आज तू
भूल जा बीती भूल
तू मेरा मेहरबान बन जा