विश्वास की चाबी
विश्वास की चाबी
दिल के भीतर
एक छोटा सा घर है
प्रेम की नींव पर बना
सपनों का आँगन।
खिलती हैं
खुशियों की कलियाँ...
खिलखिलाहटों के गीत
गाती हैं दीवारें।
खिड़कियों से आती हैं
किरणे उजास की
जगमगाती है एक छवि
घर भर में।
तेरे मेरे प्रेम की
विश्वास की चाबी से
खुलते हैं घर के दरवाजे
सुनो इस चाबी को
बहुत सहेजकर रखना
कभी खोने न देना....।