कभी
कभी
कभी हालातों से लड़ता हूँ मैं
कभी बातों से लड़ता हूँ मैं
कभी अपने ही किये हुए
वादों से लड़ता हूँ मैं
ज़िन्दगी के हर मोड़ पे
अपनी सांसों से लड़ता हूँ मैं...
कभी ख्यालों से लड़ता हूँ मैं
कभी जज़्बातों से लड़ता हूँ मैं
कभी तुम्हारी आँखों की
गहराइयों से लड़ता हूँ मैं
ज़िन्दगी के हर मोड़ पे
अपने दिल की
तन्हाईयों से लड़ता हूँ मैं...
कभी रात के अधेरों से डरता हूँ मैं
कभी दिन के उजालों डरता हूँ मैं
कभी - कभी अपनी परछाइयों से
डरता हूँ मैं
ज़िन्दगी के हर मोड़ पे
अपनी अच्छाइयों से डरता हूँ मैं...।