मैं अकेला नहीं
मैं अकेला नहीं
ज़िन्दगी के तूफान में
रास्तों की वीरानियों में,
डर मुझे लगता नही,
हो मेरे साथ तुम,
मैं कभी अकेला नही...
ग़म के गहरे अंधेरों में,
तकलीफों पहरों में,
मुस्कुराता कहीं खोती नही,
हो मेरे साथ तुम,
मैं कभी अकेला नही...
आंखों के आंसुओं में,
ज़िन्दगी की उठा पटक में,
मैं कभी हारा नही,
हो मेरे साथ तुम,
मैं कभी अकेला नही...!