अरे भाई ! आपकी अपनी पत्नी है अर्धांगनी है, धर्मपत्नी है फिर क्यो सोलहवीं सदी की बात करते हो ? अरे भाई ! आपकी अपनी पत्नी है अर्धांगनी है, धर्मपत्नी है फिर क्यो सोलहवीं सदी की ...
हो मेरे साथ तुम, मैं कभी अकेला नही...! हो मेरे साथ तुम, मैं कभी अकेला नही...!
हर पसंद है अलग हमारी। देखो कैसे हम दिलवाले है।। हर पसंद है अलग हमारी। देखो कैसे हम दिलवाले है।।
तुम न होते तो ये स्वर्णिम आज मेरे पास न होता। तुम न होते तो ये स्वर्णिम आज मेरे पास न होता।
माँ के कोख से जन्म लेकर जब संसार में आता मानव। माँ के कोख से जन्म लेकर जब संसार में आता मानव।