आत्महत्या
आत्महत्या
माना कि यारो ये जिंदगी
आसां नहीं जीने के लिए
फिर भी मौत को गले लगाना
बड़ी बात नहीं जिंदगी के लिए।
छोटी-मोटी बातें तो यूँ
होती है आजमाने के लिए
तू -तू, मैं-मैं होती ही है
सब रिश्ते निभाने के लिए।
तनाव का ये माहौल
होता है सोचने के लिये
सोना भी तो तैयार रहता है
आग में निखरने के लिए।
अखबार के पन्ने होते क्यूँ
क्राइम सब पढ़ने के लिए
जिंदगी खुली किताब है
वक्त दे दो पढ़ने के लिए।
आत्महत्या बड़ी आसान है
ये जिंदगी मिटाने के लिए
इंसान वही है जो लड़ता रहे
हरदम जिंदगी जीने के लिये।