जल बचायेंगे
जल बचायेंगे
जल बिन कैसे जी पाओगे
नहीं नहीं बिल्कुल नहीं
तुम खुद का अस्तित्व ही
खो बैठोगे
आज लो शपथ जल बचायेंगे
जीवन आनंद पूर्वक जीएंगे
जल बिन कैसे सब रह पायेगा
जल ही न रहा तो इंसान, जानवर, पक्षी कैसे जी पाएगा
आज लो शपथ जल बचायेंगे
जीवन आनंद पूर्वक जीएंगे
जल बिन जीवन की कल्पना
है नामुमकिन समझिये सभी
वक्त रहते यदि समझ नहीं पायेंगे
जीवन दुर्दिन बन जायेगा
आज लो शपथ जल बचायेंगे
जीवन आनंद पूर्वक जीएंगे
जल बिन सभी वैसे ही हैं
जैसे धरा गगन बिन अधूरा
जैसे दिया बिन बाती
जल बिन कैसे जी पायेंगे हम
आज लो शपथ हम जल बचायेंगे जीवन आनंद पूर्वक जीएंगे।।