स्वच्छ देश
स्वच्छ देश
हो स्वच्छ ये वसुंधरा
और देश हो हरा भरा
तू नेत्र में ये स्वपन ले
आगे हो ही कदम बढ़ा
माना कि दोस्त कम है साथ
ना छोड़ना हिम्मत का हाथ
तू खुद का हाथ थाम के
इस मुहिम का आगाज़ कर
जो रहना स्वस्थ हो अगर
तो स्वच्छ हो डगर डगर
ना खुद करे ना करें
ना करने दे कूड़े को घर
इधर उधर
ना नदियों को दूषित करें
ना शौच खुले में कभी
जो एकजुट हो जाएं हम
ना गंदगी फैले कभी
आवाज़ को बुलंद कर
जिस राह पर था तू चला
अब पायेगा तू उस डगर
इक दोस्तों का काफ़िला
जो देश से करते हैं प्यार
वो देंगे देश को संवार
जो बापू की आँखों में था
सपना जो स्वच्छ देश का
मिल कर करेंगे पूर्ण वो
अपना बना है स्वपन जो
जो कूड़ा हो यहां वहां
डिब्बे में उसको डाल दे
औरों को भी प्रेरित करें
दुनिया को वो मिसाल दें
जो स्वच्छ देश हो पायेगा
नहीं रहे कोई बीमार
सही अर्थ में हो तभी
बापू का ये सपना साकार
ये देश में गूँजे पुकार
जो देश से करता हो प्यार
आगे उसी को आना होगा
देश को स्वच्छ सुंदर हम को
ही बनाना होगा