योग स्वस्थ जीवन का वरदान
योग स्वस्थ जीवन का वरदान
योग वर्षों से भारत की धरोहर है साधु - संत, राजा - महाराजा, यहां तक ईश्वर ने भी योग द्वारा तपस्या करके ज्ञान की प्राप्ति की। रावण ने भी योग के द्वारा तपस्या कर ज्ञान प्राप्त किया। आज भी योग के द्वारा ध्यान करके हम कई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर लेते हैं जिसे ज्योतिष ज्ञान भी कह सकते हैं योग एक प्रकार की दवाई है जो अमृत के समान है। जो शरीर को स्वस्थ और ऊर्जा भी प्रधान करता है। आज की भागदौड़ में इंसान पैसे के लिए मशीन बन गया है। खानपान भी अच्छा नहीं रहा है और बीमारी हर घर की पहचान बन चुकी है इसलिए योग के द्वारा हम अपनी जिंदगी को स्वस्थ और अपने आने वाली पीढ़ियों को योग के महत्व को फिर से याद दिला सकते है, योग शौक नहीं जीने के लिए जरूरत है योग से शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है। अपनी छोटी से बड़ी बीमारी को भी बचाया जा सकता है और योग के द्वारा शरीर भी निरोगी बनता है।
);"> आज भी जो लोग योगाभ्यास करते हैं वो स्वस्थ और ऊर्जावान दिखाई देते है सन्तुलित खाने के साथ योग हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। योग भारत के साथ विश्व के अन्य देशों में भी योग को अपना रहे है और योग भारत की सभ्यता और संस्कृति की धरोहर है योग से ही भारत में कई महापुरुषों ने ज्ञान प्राप्त किया है ज्ञान योग द्वारा ही संभव है। स्वस्थ शरीर लम्बी उम्र ज्ञान सब योग से सम्भव हुआ है। योग को जीवन मे जगह दे और अपने साथ दूसरों को भी योग से रूबरू कराए योग को जीवन मे अपना कर जीवन स्वस्थ और सुखी बनाए, यही हमारी कोशिश सबके लिए होनी चाहिए योग से मानसिक रूप से तनाव दूर होता है घर खुशहाल बनता है। योग को जीवन का हिस्सा बनाए। जय हिंद जय भारत।