वृक्ष लगाएँ
वृक्ष लगाएँ
रवि को पेड़ पौधों से बहुत लगाव था ,वह पेड़ पौधे लगाता और उसकी देखभाल करता था। वह अपने घर के गमले में भी पौधा लगाया था।रोज सुबह शाम वह पौधों में पानी डालता था और उसमें खिले फूलों को देखकर खुश होता था।
उसकी माँ ने उसे बचपन से ही पर्यावरण की सुरक्षा करना सिखाया था।उसे मालूम था कि पेड़ पौधों के कारण ही हम सभी जीवित है।हरी भरी धरती पर्यावरण संतुलन के लिए बहुत जरूरी है।वह हमेशा सबको पेड़ पौधे लगाने के लिए प्रेरित भी करता था।उसकी दो बहनें रीमा और गुनगुन भी अपने भाई के इस काम में मदद करती थी।उसके घर के पास ही एक बड़ा सा पेड़ था, जिसके नीचे सभी बच्चे खेलते थे।गर्मी के दिनों में पेड़ों के नीचे, उसकी ठंडी छाया और शीतल हवा मन को सुकून पहुँचाती थी।गर्मी के दिन थे।घर की लाइट अचानक चली गई।गर्मी के मारे सब परेशान होने लगे।रीमा और गुनगुन पढ़ाई कर रहे थे, अचानक लाइट चले जाने से उन्हें बहुत गुस्सा आने लगा।तभी रवि ने बाहर पेड़ की ओर इशारा करके कहा, देखो बाहर मस्त ठंडी हवा चल रही है।इतना सुनकर दोनों बहनें किताब लेकर बाहर चले गए और पेड़ की छाँव में बैठकर पढ़ने लगे।पीछे पीछे उसका डॉग जैकी भी चला गया और वो भी उन लोगों के पास बैठकर ठंडी हवा का मजा लेने लगा।रवि ये सब देखकर बहुत खुश हुआ।