वो लड़का
वो लड़का
मैं जब पढ़ती थी तो एक लड़का बुरी तरह से पीछे पड़ गया। विश्वविद्यालय आते-जाते हर समय छींटाकशी करता रहता मैं इतना डर गयी थी कि काॅलेज जाना ही बन्द
कर दिया। घर में बताने की हिम्मत नहीं होती थी कि पढ़ाई न छुड़वा दी जाये।
दिल में बुरे-बुरे ख़याल आते
कभी लगता अपना चेहरा जला दूँ, कभी लगता जहर खा लूँ। फिर एक दिन जब मैं काॅलेज पहुँची और पीछे-पीछे वह भी पहुँच गया। मेरा डरा हुआ चेहरा देखकर मेरी सहेली ने कारण पूछा जब मैंने उसे बताया कि, वह लड़का मुझे परेशान करता है तो उसने तुरन्त सभी को बताया।
वहाँ हमारे एक सीनियर भी खड़े थे। वो वेटलिफ्टर थे और डील डौल भी वैसा था। उन सबने मिलकर उसको समझाया पर वह ऐंठ दिखा रहा था।
तो उसकी सबने जमकर पिटायी कर दी। फिर उसके बाद उसने मुझे परेशान नहीं किया।