विकास की राह
विकास की राह
देश के एक बड़े शहर के बीच स्थित स्लम बस्ती का एक दृश्य-
टूटी झोपड़ी के भीतर बच्चे अपनी माँ से रोटी मांग रहे थे और माँ के पास उन्हें देने के लिए आंसुओं के सिवा और कुछ नहीं था। झोपड़ी के बाहर सूचना विभाग का पोस्टर लगा हुआ था, जिस पर लिखा था- "देश विकास की राह पर अग्रसर है"