ऊँची सोच
ऊँची सोच
एक बार एक आदमी ने देखा कि एक गरीब फटेहाल बच्चा बड़ी उत्सुकता से उसकी महंगी ऑडी कार को निहार रहा था। गरीब बच्चे पर तरस खाकर उस अमीर आदमी ने उसे अपनी कार में बैठा कर घूमने ले गया।
थोड़ी देर घुमाने के बाद उसे खाना भी खिलाया। गाड़ी से उतरते समय लड़के ने पूछा’ ‘साहब आपकी कार बहुत अच्छी है, यह तो बहुत कीमती होगी ना।’
अमीर आदमी ने गर्व से कहा, ‘हां, बेटा यह लाखों रूपए की है।’ गरीब लड़का बोला, ‘इसे खरीदने के लिए तो आपने बहुत मेहनत की होगी?’
अमीर आदमी हंसकर बोला, ‘बच्चे हर चीज मेहनत से नहीं मिलती। यह कार मुझे मेरे भाई ने उपहार में दी हैं। गरीब लड़के ने कुछ सोचते हुए कहा कि वाह! आपके भाई कितने अच्छे हैं।
अमीर आदमी ने कहा कि मुझे पता है कि तुम सोच रहे होंगे कि काश तुम्हारा भी कोई ऐसा भाई होता जो इतनी कीमती कार तुम्हें गिफ्ट देता।
गरीब लड़के की आँखों में अनोखी चमक थी, उसने कहा, ‘नहीं साहब, मैं तो आपके भाई की तरह बनना चाहता हूं।
