सजा और सीख
सजा और सीख
एक बार एक राजा था जो किसी भी बात पर गुस्सा हो जाता था और बिना सोचे-समझे कोई भी सजा सुना देता था। एक बार उसे अपने महामंत्री पर गुस्सा आ गया और राजा ने उसे रातभर ठंडे पानी में खड़े रहने की सजा सुना दी।
अगले दिन जब महामंत्री राजा के सामने पहुंचा तो उसके चेहरे पर मुस्कान थी। राजा यह देखकर हैरान रह गया। उसने महामंत्री से पूछा कि तुम इतने शांत और खुश कैसे हो? क्या तुम्हें डर नहीं लग रहा?महामंत्री बोला कि डर महाराज डर कैसा? मुझे किसी ने बताया था कि जो व्यक्ति बहुत गुस्सा करता है वह अगर ठन्डे पानी में रातभर खड़ा रहे तो उसका गुस्सा खत्म हो जाता है और साथ ही वह हमेशा जवान रहता है।
यह सुनकर राजा ने खुद ठंडे पानी में खड़े रहने का निश्चय किया और महामंत्री को वापस भेज दिया। इसके बाद पानी में कुछ पल बिताते ही राजा को ठंड लगने लगी और उसे अहसास हुआ कि जिनको वह सजा देता है, उन पर क्या गुजरती होगी। तभी उसने प्रण किया और गुस्सा करना हमेशा के लिए छोड़ दिया।
