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Ravi Ranjan Goswami

Drama

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Ravi Ranjan Goswami

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उंगली टूथब्रश

उंगली टूथब्रश

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पी एच सी कंपनी की उच्च स्तरीय मीटिंग चल रही थी। चेयरमैन भूटानी ने इस मीटिंग में डिजाइन और मार्केटिंग वालों को खास तौर पर बुलाया था। ये कंपनी प्लास्टिक घरेलू उत्पाद बनाने की एक बड़ी कंपनी थी। पी एच सी यानि प्लास्टिक होम अपलाइन्स कंपनी।


भूटानी थोड़े नाराज़ थे। वे बोले, “आप लोग बहुत सुस्ती से काम कर रहे है। कच्चा माल भरा पड़ा है। उत्पादन की गति ज्यों की त्यों है।


प्रॉडक्शन वाला बोला, “सर,कच्चे माल के दाम गिरे तो मैनेजमेंट ने ज्यादा कच्चा माल खरीद के रख लिया। मशीन और काम करने वाले तो उतने ही है”


भूटानी ने गुस्से से मार्केटिंग मैनेजर को देखते हुए कहा, “बना हुआ माल बाहर कम निकल रहा है। बिक्री भी कम हो रही है। आप लोग क्या कर रहे हो”


मार्केटिंग वाला बोला, “सर जनता पर्यावरण और अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो गयी है। प्लास्टिक आसानी से नहीं लेती”


भूटानी, “पिछले छह माह से कोई नया प्रॉडक्ट भी नहीं निकाला”


जनरल मैनेजर ने कहा, “हम जनता के बीच जाकर सर्वे कर रहे है उनकी वर्तमान आवश्यकतायें क्या है?”


भूटानी साहब कहना चाह रहे थे, “तुम गधे हो”


लेकिन उन्होने स्वयं को नियंत्रित किया और कहा, “आप तो पुराने आदमी है फिर भी ऐसी नासमझी। अरे आवश्यकता पैदा कीजिये। हम लोगों ने सफलता पूर्वक इस पॉलिसी को अपनाया है कि पहले आवश्यकता पैदा करो फिर उसकी पूर्ति करो”


ये कह कर उन्होने मार्केटिंग मेनेजर को देखा। उसने हाँ मे सर हिलाया।


भूटानी ने आगे कहा, “ मेरी राय ये है कि अब समय आ गया है की हम अपने पुराने उत्पादों को घरों से निकाल कर उनकी जगह नये उत्पाद भरें।


जनरल मेनेजर ने पूछा, “कैसे?”


भूटानी ने कहा, “कुछ उत्पादों में थोड़ा सा बदलाव करें और उन्हें बेहतर विकल्प की तरह प्रस्तुत करें। कुछ पुराने प्रॉडक्ट के विरोध में प्रचार कर उनकी जगह नये प्रोडक्ट को आगे बढ़ाये। उदाहरण के लिये टूथब्रश की बुरायी चालू करें और एक आइटम बनाये उंगली ब्रश”


सब चौंक के भूटानी को देखने लगे।


भूटानी ने डिजाइनर्स की ओर देखा,और, “वैसे सुझाव आपकी तरफ से आने चाहिए थे। फिलहाल मैं एक विचार दे रहा हूँ पहली उंगली के दो तीन माप के रबर के खोल बनायें और उस पर उंगली के पहले पोर पर दाँत साफ करने वाला ब्रश लगाये। इस उंगली ब्रश को अधिकाधिक प्रचारित करें। परंपरा, आदत का हवाला दें स्वदेशी को भी जोड़ें। हमारे यहाँ हमेशा से लोग उंगली से ही ब्रुश करते आये है। अब उंगली पर ब्रश भी होगा। लोग अवश्य खरीदेंगे”


अगले हफ्ते ही पी एच सी ने उंगली टूथ ब्रश लांच किया। दो महीनो में उंगली टूथ ब्रश बाज़ार पे छा गया। हर घर में उंगली टूथब्रश की पैठ हो गयी थी।


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