Ravi Ranjan Goswami

Others

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कामवाली पर लड़ाई

कामवाली पर लड़ाई

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सीमा और रीता एक ही एपार्टमेंट में रहतीं है । दोनों में अच्छी दोस्ती है । सीमा 9वे फ्लोर पर रहती है और रीता तीसरे फ्लोर पर । पर उनकी दोस्ती एक बड़े झगड़े के बाद हुई थी । 

पिछले साल दिवाली से पूर्व एक दिन रीता लगभग सदमे में थी । 9वे फ्लोर वाली सीमा ने उसे उसके तीसरे फ्लोर पर आकर इतनी खरी खोटी सुनाई थीं जिनकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी । उसे झगड़ा करने की आदत नहीं थी बल्कि उसे झगड़ना ही नहीं आता था । अतः उसे बड़ी अजीब और खराब सी अनुभूति हो रही थी । झगड़े का कारण भी तो उसके लिए अकल्पित था । 

रीता ने कभी नहीं सोचा था ऐसे दिन भी देखना पड़ेंगे । उसके पिता उत्तर प्रदेश राज्य सेवा में अधिकारी थे । घर में अनेक नौकर चाकर हुआ करते थे । बर्तन धोने वाली अलग , झाड़ू पोछा करने वाली अलग कामवालियाँ । बाजार हाट के लिये भी कोई आदमी या औरत तैनात होती थी । उसने घर का काम बहुत कम किया था । उसने अपनी स्नातक डिग्री लेने के बाद एम बी ए करके एक प्राइवेट कम्पनी में नौकरी का आवेदन किया । संयोग से उसकी नौकरी लग गयी ।उसकी शादी एक आई टी इंजीनियर राकेश से हुई थी । दोनों की नियुक्ति कोचीन में थी । दोनों नौकरी करते थे अतः घर के काम दोनों मिल के करते थे ।

 राकेश के परिवार की पृष्ट भूमि इसप्रकार थी कि उसकी बड़ी बहन को अच्छी पढ़ाई के बावजूद नौकरी करने की इजाजत नहीं थी । माँ और पिताजी कहते थे,"अब जो करना शादी के बाद करना । राकेश कभी अपने पिताजी के असर में आ जाता था । वह रीता से उम्मीद करता कि उसे ज्यादा गृह कार्य सम्हालना चाहिए । वह जानकर या अंजाने ही अपनी बात और व्यवहार से रीता पर दबाव बनाता कि रीता ज्यादा काम करे और रीता करती भी थी । 

उसे अब मदद की जरूरत थी लेकिन पता चला कोचीन में कामवाली मिलना बहुत मुश्किल था । कारण जो भी हो । पूरे एयपार्टमेंट् में एक दो काम वालियाँ ही जब कभी दिख जाती थीं । 

 सीमा के घर एक काम वाली लगी थी । रीता ने सीमा की जानकारी के बिना उसकी नौकरानी को बुलाकर उससे अपने घर में काम करने के लिए कहा । 

नौकरनी ने पूछा ,"वेतन कितना देंगी ?

उसने कहा , "मैं तुम्हें सीमा मेम के बराबर ही वेतन दूँगी ।" 

नौकरानी ने कोई जवाब नहीं दिया । 

रीता ने व्यग्र होकर उससे कहा, "तुम मेरे यहाँ काम तो शुरू करो मैं सीमा से सवा गुना वेतन दूँगी । 

नौकरानी पहले तो झिझक रही थी, लेकिन बहुत समझाने के बाद वह मान गई। रीता को राहत मिली कि उसकी योजना काम कर गई।

हालाँकि, उसकी राहत अल्पकालिक थी। सीमा को जल्द ही पता चला कि उसकी नौकरानी अब रीता के लिए काम कर रही है। वह गुस्से में थी और उसने रीता से इस बारे में बात की। बहस शुरू हो गयी। सीमा ने चिल्ला चिल्ला कर खूब खरी खोटी सुनाई । रीता ने कामवाली को लेकर इतने बड़े झगड़े की उम्मीद नहीं की थी । 

आखिर कार उसने कहा ,"सीमा मैंने उससे तुम्हारा काम छोडने को नहीं कहा था । अपने यहाँ काम करने को कहा था ।"

 उसी समय कामवाली नौकरानी वहाँ आ गयी । उन्हें अपने ऊपर लड़ते देख वह घबरा कर वहाँ से भाग गयी । रीता और सीमा उसे बिना काम किये जाता देख भौचक रह गयीं। सीमा भी अपनी भड़ास निकाल कर चली गयी । रीता ने थोड़ा संयम रखा था । 

सामान्य होने के बाद बाद में रीता और सीमा दोनों ने खुद को दोषी महसूस किया । चिंता थी कि कामवाली वापस नहीं आएगी। कुछ महीनों बाद जब वह वापस आयी तो उन्हें राहत मिली । कामवाली को ज्यादा पैसों की आवश्यकता थी । इसलिए उसने दोनों का सम्झौता कराया और दोनों के घर में काम करने लगीं ।रीता और सीमा की अब प्रगाढ़ मित्रता है । वजह उनदोनों की कॉमन कामवाली । 


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