पूर्णिमा पाटील एकलव्य स्वरूप

Abstract Romance

3.0  

पूर्णिमा पाटील एकलव्य स्वरूप

Abstract Romance

तरंग विथ लव रेडियो

तरंग विथ लव रेडियो

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 "अरे... कहां हो भाई? तुम्हारे शो का समय निकला जा रहा है!" सामने से आकार जो की रेड एफएम रेडियो चेनल का प्रोग्राम मेनेजर था। रात के तकरीबन १०:३० हो चुके थे और तरंग का शो लव रेडियो ११ से १:३०बजे तक चलता रहता था। 

तरंग की हाइट ५ फिट ९ इंच और रंग न ज्यादा श्याम न ज्यादा गोरा आंखें भूरी लेकिन तरंग देख नहींं पाता था। कहते हैं ना की अगर भगवान किसी में कोई कमी रखता है तो उसे उस कमी को दूर करने का हुनर भी देता है। तरंग दिन में कार्टून की डबबींग करता और रात में अपने शो लव रेडियो पर जवां दिलों की प्रेम की उलझनों को सुनता और हल निकालता। उसकी आवाज़ मानो मख्खन सी रात के सन्नाटे में तरंग की तरह सबके कानों से होकर दिल में उतर जाती।

तरंग कैब से उतरकर अपनी स्टिक के सहारे चलते चलते फोन पर बात करते हुए,"हां भाई हां मैं पार्किंग तक पहुँच चुका हूँ, बस आ ही रहा हूँ" ।

आकार:- "अच्छा ! सुन तु रूक वहीं पर मैं आ रहा हूँ तुझे लेने" ,

"क्या यार इतना लेट कभी नहींं हुए सब ठीक है?"

तरंग:-"आज आंखों में दर्द था और लिक्विड फॉर्म जैसा कुछ निकल रहा था इसलिए डॉक्टर के पास गया था, ऑपरेशन को कहा है लेकिन वापस मेरी आंखें लौट आएगी या मैं फिर से देखने लगुंगा उस बात पर वह कुछ कह नहींं सकते,"

दोनों उपर आते हैं और तरंग अपने ऑफिस पहुंच जाता है।

आकार:-"अच्छा सुनो अगर आज शो न कर पाओगे तो मैं कर लूं?" तरंग ने कहा ,"नहीं मैं ठीक हूँ ,"द शो मस्ट गो ऑन"।

आकार:" अच्छा सुनो बॉस ने आज एक कॉन्टेस्ट की ऐड देने को कहा है, तुम्हारी आवाज़ सुनकर अब रात को हमारे रेडियो चैनल को सुनने वालों में बढ़ोतरी हुई है और वेलेंटाइन डे है, तो जो कॉन्टेस्ट जितेगा उन विजेता को क्रमानुसार गिफ्ट और प्राइज मिलेंगे।"

"प्रथम विजेता को:-तीन रातें और दो दिन जैेसलमेर घूमने का मौका",

"दूसरे विजेता को:टीजीबी में स्पेशल डिनर का वाउचर

और

तीसरे विजेता को पूरा एक दिन तुम्हारे साथ यानी लव के साथ बिताने का मौक़ा"। तरंग को रेडियो सुनने वाले लव के नाम से ही जानते थे।

तरंग ने कहा,"अब वेलेंटाइन का कॉन्टेस्ट भी रख रहे हो तो मुझे क्यों घसीट रहे हों?"

"एक अंधा आदमी उनसे क्या मिलेगा जो खुद बिना स्टिक के सहारे चल भी नहींं सकता!",

"अमम...कोई और प्राइज रखो यार वरना मैं शो छोड़ रहा हूँ", "वैसे भी अभी जो काम कर पा रहा हूँ थोड़े दिनों बाद वो भी नहींं होगा मुझसे ऑपरेशन जो है आंखों का!"

तरंग को age-related macular degeneration (AMD), आंख की बिमारी थी। जिसमें उम्र के बढ़ने के साथ आंखों से दिखना कम होता जाता है।

अब रूख़ लेते हैं कहानी की तरफ....

आकार ने जवाब में .........

आकार:-" देख भाई जो भी कह लो तुम सबके लिए प्रेरणास्रोत हो जो कभी हारता नहींं और तुम जो शो में करते हो वो सबके बस की बात नहींं," 

डूबते हुए इश्क़ की नैया के खेवैया हो तुम, प्रेमियों को मिलाते हो! उनकी प्रेम की गाड़ी को पटरी पर लाने का काम करते हो।

तुम सिंगल हो पर जिस तरह से तुम सबके सवालों के सोल्यूशन्स करते हो कसम से भाई और तुरंत शो का समय हो जाता है और आकार तरंग के लिए गाना प्ले करता है...

"टुकड़ों में बिखरा अँधेरा

चमका सितारा जो तेरा

अम्बर पे आ दस्तखत कर दे

तू अब तलक था अधूरा

होने ही वाला है पूरा

हद से गुज़र जा तू 

हद कर दे

है छाँह तो है रास्ता 

ये जान ले ज़रा

मुमकिन नहींं है 

क्या अगर तू ठान ले...."

गाना बज रहा होता है और तरंग आकार से पूछा है, "कॉन्टेस्ट क्या है?"

आकार:-"यही बोलना की प्रेम कहानी बहुत सी होती है अधूरी और पूरी आपकी कहानी में अलग क्या है?

और कुछ कहानी हम सुनाएंगे उससे रिलेटेड सवालों के जवाब आपको देने होंगे।"

तीन लकी विजेताओं के लिए आकर्षक इनाम घोषित किए जाएंगे।

शांत संगीत बजते हुए रात की खामोशियों में तरंग की मक्खन जैसी आवाज,"हेलो फ्रेंड्स मैं आपका अपना दोस्त,रात का होस्ट लव आपके अपने शो लव रेडियो पर आपका वेलकम करता हूं।",

"रातों का हमसफ़र चाहे कोई भी हो डगर लड़खड़ाना नहींं, हारना नहींं, मंजिल तक पहुंचने में कभी रूकना नहींं।",

"हां तो आज का पहला कॉल अटेंड करने से पहले सुनते है ये गाना स्टे ट्यून टू लव रेडियो आपके अपने लव के साथ,"

सुंदर शांत संगीत के साथ गाना शुरू होता है,

अरिजित सिंह ,उनके गाने जवां दिलों की तन्हाई का साथी,

हम तेरे बिन अब रह नहींं सकते 

तेरे बिन क्या वजूद मेरा

हम तेरे बिन अब रह नहींं सकते 

तेरे बिन क्या वजूद मेरा 

तुझसे जुदा गर हो जाएंगे 

तो ख़ुद से ही हो जाएंगे जुदा 

क्यूंकि तुम ही हो 

अब तुम ही हो

ज़िन्दगी अब तुम ही हो 

चैन भी, 

मेरा दर्द भी 

मेरी आशिक़ी अब तुम ही हो.....

वेलकम बेक टू अवर शो लव रेडियो तो हम हमारा पहला कॉल लगा रहे हैं,फोन की रिंग बजती है,और सामने से आवाज आती है पुरुष की,"हेलो!" लव बात करते हुए,"हाय मैं लव रेडियो से लव बताईए आपकी प्रोब्लम क्या है?"

सामने से कॉल पर आवाज आई ," हाय लव मैं गगन मैं हर रोज़ आपको सुनता हूँ, यू आर वन ऑफ माय फेवरेट आर जे।"

तरंग ने मुस्कुराते हुए कहा:- "जी धन्यवाद आपका आपकी समस्या बताइए",

गगन:-"जी सर वो मैं एक लड़की को पसंद करता हूँ लेकिन मैं एक साधारण पर्सनालिटी का हूँं वो किसी और को पसंद करती हैं और वो आदमी उसका फ़ायदा उठा सकता है,मैं उसके साथ बात करने जाता हूँ तो वो मेरे सामने देखती भी नहींं है, उसे मैं सही और ग़लत की परख करवाना चाहता हूँ।"

लव:- "देखिए गगन पहली बात अगर हम किसी को पसंद करें तो जरूरी नहींं वो भी हमें पसंद करें,

दूसरी बात अगर वो आपको इग्नोर करती है तो आप उनसे दूर रहें, और अगर उनसे दोस्ती करना चाहते हैं तो उनसे आप जैसे है उस ही ढंग से बात करिये, न दिखावा न बढ़ा चढ़ाकर पेश आना, क्यूंकि सही दोस्ती वहीं है जो आपको आप जैसे है वैसे अपनाएं, बेस्ट ऑफ़ लक आप उनसे पहले दोस्ती कीजिए फिर अगर बात आगे बढ़ती है तो ठीक है वरना जबरदस्ती किसी को रिश्ते में बांधना सही नहींं,

आप कौन-सा गाना सुनना चाहते हैं?"

गगन:- जी सर कहीं तो होगी वो,

तरंग:- धन्यवाद गगन आपसे बात करके अच्छा लगा

आप सुनिए ये गाना,

"कहीं तो, 

कहीं तो, 

होगी वो,

दुनिया जहाँ तू मेरे साथ है

जहाँ मैं, जहाँ तू,

और जहाँ, 

बस तेरे मेरे जज़्बात है,

होगी जहाँ सुबह तेरी,

पलकों की, 

किरणों में,

लोरी जहाँ चाँद की,

सुने तेरी बाहों में,

जाने ना कहाँ वो दुनिया है,

जाने ना वो है भी या नहीं,

जहाँ मेरी ज़िन्दगी मुझसे,इतनी खफ़ा नहीं.......

अब लगाते हैं कॉल हमारे अगले कॉलर को...

रिंग बजते हुए.........

कोल रिसीव हुआ,"हेलो" 

तरंग:," जी मै लव लव रेडियो से ", बताइए आपकी प्रोब्लम क्या है?","पहले तो आप अपना नाम बताईए।"

सामने कॉल से आवाज आई," म....म.....म....मै 

व...व....व..वृत.....त.....त..... तां....त ह.....ह...... हूँ।

फिर से नाम रिपीट हुआ," मैं वृतांत हूँ", 

"मैं इंजीनियरिंग के फाइनल यर मैं हूँ" और मेरा कैेम्पस इंटरव्यू है" ,

तरंग" तो?"

वृतांत:" तो बात ये है की मैं जिसे पसंद करता हूँ उसको मैंने बोल दिया है ,"आई लव यू"

तरंग:"अरे वाह!,"तो दिक्कत कहां है?"

वृतांत:"उसने मुझसे कहा है ,की "कैम्पस इंटरव्यू के बाद उत्तर देगी" और "मुझे नहींं लगता के मैं उसमें सिलेक्ट हो पाऊंगा", "मैं हकलाता हूँं और कोई भी बड़ी कंपनी वाले मुझे सिलेक्ट क्यूं करेंगे?"

तरंग :-"तो भाई कब है इंटरव्यू?" 

वृतांत:" दो महीने बाद हैं"

तरंग: "फिर तो सोल्यूशन है,आप टंग ट्विस्टर बुक मार्केट में अवेलेबल है वह खरीद लो और हो जाओ शुरू ," या यूट्यूब में विडियो है,या गुगल भी कर सकते हैं उसमें से टंग ट्विस्टर की एक्सरसाइज करिये और अपनी सफलता की सीढ़ी पर अपने कदम रखते जाइए,"वैसे आपने सही पार्टनर को चुना है," जिसने आपको प्रोत्साहित किया है और दो महीने में अपने आप को प्रूव करने का आप कर सकते हैं"

"बेस्ट ऑफ लक!"

"तो बताईए कौनसा गाना सुनना चाहेंगे आप?"

वृतांत:" धन्यवाद सर आपका , आशाएँं सोंग सुनना चाहुंगा"

तरंग:" ओके स्टे ट्यून टू लव रेडियो लव के साथ बजाते हैं ये गाना,

 "कुछ पाने की हो आस आस

कुछ अरमाँ हो जो ख़ास ख़ास

आशाएँ

हर कोशिश में हो वार वार

करे दरियाओं को आर पार

आशाएँ

तूफानों को चीर के

मंज़िलों को छीन ले

आशाएँ 

खिले दिल की

उम्मीदें हँसे दिल की

अब मुश्किल नहींं कुछ भी, 

नहींं कुछ भी

आशाएँ खिले दिल की...

ऐसे तरंग ने ९ कॉल रिसीव किए और सबको अपने अपने सोल्यूशन बताये।

आखरी कॉल सामने से आया,"और तरंग हैरान रह गया,

अरे! ,"ये कौन हैं?"और कॉल लिस्ट में भी नहींं है," आकार को फोन लगाते हुए,"अरे आकार देख कोई कॉलर है,

कॉलर लिस्ट में उसका नंबर नहींं है क्या करूं उठा लूं?"

आकार: हां पिछले कई दिनों से ये नंबर हर शो में आ रहा है और तुझसे बात करनी है की जिद्द है उसकी ",भाई तेरे तो वारे न्यारे हो रहे हैं,"हंसी के ठहाकों के साथ तरंगने कहाँ "अच्छा..!, ठीक है!

तरंग ने कॉल रिसीव किया,

सामने से मिसरी सी मिठी आवाज़ आई और बोली,"हेलो!,लव मैं रौशनी ,

तरंग की धड़कनें तेज हो गई,और वैसे तो वो हर रोज़ लड़कियों की आवाज़ सुनता पर ऐसा कभी महसूस नहींं हुआ जैसा आज हुआ़।

तरंग:"जी कहिए क्या प्रोब्लम है?","क्या सवाल है आपका?"

रौशनी: " जी वो मेरी प्रोब्लम आप है!"

तरंग:" अरे!"," मैंने क्या किया?"

रौशनी: "आपकी आवाज़ ने किया जो भी किया है"

"आई लव यू लव"

तरंग के बदन में जैसे बिजली का झटका सा लगा,

तरंग:- " जी धन्यवाद आपका !"

"होता है,अक्सर एसा"कोई आवाज से प्यार कर बैठता है कोई शक्ल से तो कोई किसी की अक्ल से" मैं समझ सकता हूं," किसीको पसंद करना ग़लत नहींं है" ,"तो बताईए आप कौन-सा गाना सुनना चाहती हैं"

रौशनी:- "मगर मेरी बात पूरी नहींं हुई हैं लव!"

तरंग हल्का सा हंसते हुएं,"हम्ममम मैम हमें शो अपने दिए गए समय अवधि में समाप्त करना होता है, तो आप फिर कभी कोल कर लिजिएगा"

रौशनी: " यहां किस पल क्या हो जाएं किसीको नहींं पता, आपको मैंने देखा नहींं है लेकिन आपको मैं तीन साल से सुनती आई हूँ" और आज या कल की पसंद नहींं शो की शुरुआत से मैं आपको पसंद करती हूँ, " दो साल पहले मैंने आपको आपके ओफिस में देखा था आपने गोगल्स पहने थे, मैं आपसे तभी मिलना चाहती थी किसीने मिलने नहींं दिया", "फिर रात के अंधेरे में मेरा एक्टिवा पर एक्सिडेंट हो गया और मैं तब से देख नहींं पाती बस एक विक के बाद मेरा ऑपरेशन है, और मैं चाहती हूँ के मैं जब भी आंखें खोलू तो मेरे परिवार के साथ मैं आपको भी देखूं," मैं रिक्वेस्ट नहींं करूंगी पर अगर आप आना चाहेंगे तो आइएगा।" बस मैं आपको बहुत चाहती हूँ, और किसीने बहुत खूब कहा है कि, "आप किसी को चाहते हैं तो उसे बता दो, ना तो है ही क्या पता हां भी हो जाएं।"

तरंग : "सोरी मेम मूझे पता नहींं था आप ब्लाइंड हैं, और अपना ख्याल रखें", "आपका पसंदीदा गाना कौनसा सूनना चाहेंगी आप?"

रौशनी: "बूल्लेया सोंग फ्रोम सुल्तान मूवी"

तरंग: " ओके तो सूनते है रोशनी जी का पसंदीदा गाना", 

"स्टे ट्यून लव रेडियो विथ आपके अपने लव के साथ"

संगीत बजता है, 

तू बात करे या ना मुझसे 

चाहे आँखों का पैगाम न ले 

पर ये मत कहना 

अरे ओ पगले 

मुझे देख ना तू, 

मेरा नाम ना ले 

तुझसे मेरा दीन धरम है 

मुझसे तेरी खुदाई 

तुझसे मेरा दीन धरम है 

मुझसे तेरी खुदाई 

तू बोले तो बन जाऊं मैं 

बुल्लेह शाह सौदाई 

मैं भी नाचूं मैं भी नाचूं 

मानाऊँ सोहने यार को चलूँ मैं तेरी राह बुल्लेया

मैं भी नाचुं रिझाऊँ सोहने यार को करूँ ना परवाह बुल्लेया

तरंग गाने के साथ खो जाता है और सोचने लगता है ,"हां दो साल पहले एक लड़की मेरे ओफिस तक आई थी और बहुत बदतमीजी से पेश आई थी सबसे कहीं ये वहीं तो नहींं?"

गाना खत्म हो जाने के बाद तरंग वापस अपने शो में सबसे विदाई लेते हुए...

" दोस्तों आज का हमारा शो यहीं खत्म होता है और हम एक कॉन्टेस्ट रखने वाले हैं,

"प्रेम कहानी बहुत सी होती है अधूरी और पूरी आपकी कहानी में अलग क्या है?

और 

कुछ कहानी हम सुनाएंगे उससे रिलेटेड सवालों के जवाब आपको देने होंगे।"

तीन लकी विजेताओं के लिए आकर्षक इनाम घोषित किए जाएंगे।

प्रथम विजेता को:-तीन रातें और दो दिन जैेसलमेर घूमने का मौका,

दूसरे विजेता को:टीजीबी में स्पेशल डिनर का वाउचर

और

तीसरे विजेता को पूरा एक दिन मेरे साथ यानी लव के साथ बिताने का मौक़ा मिलेगा। तो इसी के साथ आपसे विदा लेता हूँ। बाय बाय ,शुभ रात्रि, शब्बा खैर, सायोनारा,अस्तलविसत बेबी......" 

और सुनिए ये गाना,

"बंदेया रे बंदेया 

बंदेया रे बंदेया 

राह पे चल बंदेया

शो खत्म होने के बाद तरंग आकार से मिलता है..

तरंग:- आकार दो साल पहले जीस लड़की ने मुझसे मिलने के लिए ओफिस में तोड़ फोड़ की थी ये वहीं लड़की थी, बोल रहीं थीं ब्लाइंड हैं,... हां मैने ओफिस का पूराना सिसिटीवी फूटेज देखा वो सही कह रही है, ओफिस के पास वाले हाइवे पर उसका एक्सिडेंट हुआ था।" 

तरंग हैरानी से आकार की ओर बढ़ते हुए उसे छूने की कोशिश करता हुआ आगे बढता है और कहता है,"आकार तुम सब जानते थे,और मुझे अभी बता रहे हों?" 

आकार समझाते हुए:

"क्या करता, क्या कहता वो पिछले एक महीने से तुमसे बात करने के लिए कॉल कर रही है किसी तरह टाला , हमें लगा होगी कोई फालतू लड़की लेकिन बहुत जिद्दी है, सच्ची है और इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी जिसकी फिलिंग नहीं बदलीं सच में वो सही लड़की है, मिलकर आओ उसे एकबार।

तरंग अपने आप पर हंसते हुए बोला: " अच्छा तुम कह रहे हो तो मिल आता हूँ, देख लेना मैं अंधा हूँ ये जानकर जिसकी फिलिंग तीन साल में नहींं बदली एक झटके में बदल जाएगी," मुझे रौशनी का नंबर दो,

आकार तरंग को रौशनी का नंबर देता है,

और तरंग अपने ड्राइवर के साथ घर चला जाता है,

अगले दिन सुबह, " सूरज की सुनहरी किरणें और पंछीयो की चहचहाहट से तरंग की सुबह तकरीबन आठ बजे

तरंग ने रोशनी को फोन किया," 

रिंग बजते हुए," रोशनी ने फोन रिसीव किया,"हेलो!"

तरंग :" हाय रोशनी तरंग बात कर रहा हूँ,

रौशनी:" तरंग?" आई थिंक रोंग नंबर लगा है आपका ,

तरंग हंसते हुए," लव की आवाज़ नहींं पहचानती? तीन सालों से सून रही होना मुझे!"

रौशनी: "ओ... अच्छा तो आपका नाम तरंग है!"

तरंग:"जी हां !"

रौशनी:" थैंक्यूू!", " आपने कॉल किया", "मुझे अच्छा लगा"

तरंग: इट्स ओके

रौशनी:"मैं आपसे बाद में बात करती हूं", "मैं अभी हॉस्पिटल में हूँ" 

तरंग :"ओके बाय "।

उसके बाद रौशनी का फोन नहींं आया..

एसे करते करते विक निकल गया और रौशनी का फोन आता है,

रौशनी तरंग को फोन करती है,रिंग बजती है,

तरंग:" हेलो!" 

रौशनी :"हेलो लव (तरंग) मेरी आंखों का ऑपरेशन हो चूका है,आज पट्टीयां खुलने वाली है" तुम सिटी आई सेन्टर केयर हॉस्पिटल में आ जाओ मैं तुम्हें देखना चाहती हूं," 

तरंग के दिल में रौशनी के प्यार की दस्तक हो चूकी थी लेकिन वो अंदर से पूरी तरह से श्योर था की जब रौशनी को पता चलेगा की तरंग देख नहींं सकता तो रौशनी के अंदर जगा लव के प्यार का भूत उतर जाएगा।

तरंग हॉस्पिटल पहुंचकर रौशनी के मां बाप से मिलता है," तरंग को देखते ही वह दंग रह गए "रौशनी एक अंधे लड़के को चाहती है!"रौशनी के मां बाप हालात को समझते हुए रौशनी के वोड में तरंग को लेकर जाते हैं,

रौशनी के आंखों की पट्टियां खुल जाती है और जब धीरे धीरे आंखें खोलती है तो उसके सामने उसके माता-पिता और दूसरी तरफ देखते हुए वह तरंग को ढूंढती है, आवाज़ देती है ,"तरंग कहा है मां?"

तरंग स्टिक के सहारे रौशनी के माता-पिता के पास से रौशनी के सामने आता है,

तरंग:" रौशनी तुम मुझे देख सकती हों?" ," मैं देख नहींं पाता, तुम ख़ुश क़िस्मत हो, तुम्हारी आंखें लौट आई है,मैं थोड़े ही दिनों में पूरी तरह से ब्लाइंड हो जाऊंगा।" ,"क्या अब भी तुम मुझसे प्यार करती हों?"

रौशनी को तरंग की बिमारी के बारे में आकार ने पहले ही बता दिया था। जब दो साल पहले वह रेडियो स्टेशन पर तरंग से मिलने के लिए सबसे भीड़ गई थी।

 रौशनी तरंग से गले लगती है, "मेरे लिए प्यार का होना मतलब सुन्दर दिखना नहींं है, एक दूसरे को बिना देखे ही महसूस करना है और रूप रंग का क्या है कभी न कभी तो ढलना ही है","जरुरी बस एक-दूसरे के प्रति प्यार का कभी खत्म न होना और बिना छुएं भी महसूस करना।"

"मैंने तुम्हें तुम्हारी आवाज़ से महसूस किया है., चाहा है और यह अहसास ताउम्र रहेगा।"

तरंग रौशनी को गले लगकर कहता है,"आजतक सबकी लव प्रोब्लम सोल्व करने वाला तुम्हारी फिलोसॉफी के आगे हार गया,

रोशनी तरंग का हाथ पकड़ते हुए," तरंग यह हाथ जब-तक साथ हुं तब-तक नहींं जब-तक जिंदगी है तब-तक तुम्हारे लिए रहेगा",

"तरंग में तुम्हारे बारे में दो साल पहले से जानती हूं तुम आंखों की बिमारी से पीड़ित हो और धीरे-धीरे तुम्हारी आंखों की रौशनी कम होती जाएगी। ये बात तुम्हारे ओफिस के आदमी ने मुझसे तब कहीं थी जब मैंने ओफिस में तोड़ फोड़ की थी"

दोनों हंसते हुए विदा होते हैं

तरंग: अच्छा चलों मैं अब अपने रेडियो स्टेशन के ओफिस जाता हूँ बाय,"

दो महीने बाद तरंग का भी आंखों का ऑपरेशन होता है, लेकिन सक्सेस नहींं हो पाया।

 रौशनी और तरंग की शादी हुई और दोनों हेपी कपल की तरह अपनी जिंदगी जी रहे हैं।

तो दोस्तो प्यार आपको जीने की वजह देता है, प्रेरणास्रोत बनकर हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है,

शक्ल सूरत आज है कल ढल जाएगी पर सच्चा प्यार क़िस्मत से नहींं, अपने सही फैसले से मिलता है।


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