The world of Alphabets
The world of Alphabets
Alphabet की भीड़ में सब के साथ I, U, और V एक लाइन में खड़े थे।D ने O से कहा, चल हट मोटे, मैं तुमसे आधा हूँ,फिर भी तुम से फिट हूँ।E अपने दोस्त F से कहने लगा, "अरे लंगड़े, हमेशा ही मेरा पीछा करते रहते हो।चल हट, थोडा साइड हो जा।"उनकी देखा देखी से I ने T से कहा, "मेरे दोस्त, क्या प्रॉब्लम है तुम्हें जो हर जगह सर पर फट्टा ले कर खड़े रहते हो तुम?"
उधर से M के चीखने की आवाज आयी, "अरे इस W को देखो,फिर से उल्टा खड़ा होकर मुझे चिढ़ा रहा है।"
सारे alphabets हँसने लगे।उनकी हँसी के बीच R ने Q से कहा, " Golu,Why are you standing always in front of me in any queue?
Q कहने लगा, "ऐसे ही।तुम मुझे गोलू कहना जरा बंद कर दो।और तुम जो चाहे कर लो,
मेरा नाम Q हैै और मैं queue में तुमसे आगे ही रहूँगा।"
अचानक रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री जी के आने का शोर मचा।सारे alphabets एकसाथ उधर दौड़ पड़े और अपनी लड़ाई भूलकर सारे कार्यक्रम के साथ प्रधानमंत्री के भाषण के बारें में टीवी में ढेर सी बातें करते रहे जो दूसरे दिन तक पूरे अख़बारों में छायी रही........