सुरेश ने ज़ब कहा तबसे श्रुति ने खुद को कभी कम नहीँ समझा। सुरेश ने ज़ब कहा तबसे श्रुति ने खुद को कभी कम नहीँ समझा।
ऐसा प्रियंका नें क्या देखा कि स्तब्ध रह गई ? ऐसा प्रियंका नें क्या देखा कि स्तब्ध रह गई ?
खुद के लिए ना सही कम से कम अपने परिवार के लिए। खुद के लिए ना सही कम से कम अपने परिवार के लिए।
इंतज़ार करती है अपने पति के आने का और उनकी प्रतिक्रिया का ...... इंतज़ार करती है अपने पति के आने का और उनकी प्रतिक्रिया का ......
जहाँ हो तो बस चैन, सुकून और खुशियाँ इंतज़ार है मुझे वो सुबह कभी तो आएगी। जहाँ हो तो बस चैन, सुकून और खुशियाँ इंतज़ार है मुझे वो सुबह कभी तो आएगी।
कुछ आवाज आई और वह यह सोचते हुए उठ गई कि सुख दूसरे के और दुख अपने। कुछ आवाज आई और वह यह सोचते हुए उठ गई कि सुख दूसरे के और दुख अपने।