जीवन में रंग बिखरे हुए हैं भांति भांति के, मैं बस उन रंगों को महसूस कर कलम से पन्ने रंगने का प्रयास करती हूँ।
दोनों ही कहानियों में माँ को लगता है कि उनके बच्चे सुरक्षित हैं दोनों ही कहानियों में माँ को लगता है कि उनके बच्चे सुरक्षित हैं
कुछ आवाज आई और वह यह सोचते हुए उठ गई कि सुख दूसरे के और दुख अपने। कुछ आवाज आई और वह यह सोचते हुए उठ गई कि सुख दूसरे के और दुख अपने।
पूर्वी आत्मसंतोष से दमकते चेहरे के साथ बोली "बच्चे कंगन से अधिक मूल्यवान हैं। पूर्वी आत्मसंतोष से दमकते चेहरे के साथ बोली "बच्चे कंगन से अधिक मूल्यवान हैं।
उन्हें भी सिखाया कि हौसला बनाये रखिये। हमारी मेहनत के बूते बहारें लौट आएंगी। उन्हें भी सिखाया कि हौसला बनाये रखिये। हमारी मेहनत के बूते बहारें लौट आएंगी।
अब वह दुबारा से एसी गलती नहीं करेगी, और सभी खुशी खुशी रहने लगे। अब वह दुबारा से एसी गलती नहीं करेगी, और सभी खुशी खुशी रहने लगे।
उसे इस घटना से आघात अवश्य लगा। किंतु वह करती भी क्या? उसका और अंकों का छत्तीस का आंकड़ उसे इस घटना से आघात अवश्य लगा। किंतु वह करती भी क्या? उसका और अंकों का छत्तीस का...
उसने अनेक महिलाओं को भी स्वावलंबी जीवन की राह दिखाई और उन्हें भी सिखाया कि। ... उसने अनेक महिलाओं को भी स्वावलंबी जीवन की राह दिखाई और उन्हें भी सिखाया कि। ...
मुकुल भी जवान बेटे को मौत से टूट गया था किंतु सुलेखा की हालत उससे देखी नहीं जाती थी। मुकुल भी जवान बेटे को मौत से टूट गया था किंतु सुलेखा की हालत उससे देखी नहीं जाती...
दिया हुआ है दिया हुआ है
"हिस्सा गरीब का खा गया, कल जो, खुद गरीब था।" "हिस्सा गरीब का खा गया, कल जो, खुद गरीब था।"