माँ भी राधा को खूब सजा कर ,सवार कर रखती थी। माँ भी राधा को खूब सजा कर ,सवार कर रखती थी।
वह हमेशा काले और बदसूरत लोगों को खराब समझती थी। वह हमेशा काले और बदसूरत लोगों को खराब समझती थी।
मैं कोशिश करुँगी दादी जी को अकेलापन कभी महसूस ना हो। मैं कोशिश करुँगी दादी जी को अकेलापन कभी महसूस ना हो।
अर्पण करती जीवन.. सुंदर उसका अपना गहना...। अर्पण करती जीवन.. सुंदर उसका अपना गहना...।
आवाज जैसे एक सुंदर सी छवि में रंग भर कर उसे और भी ज्यादा खूबसूरत बना रहे हो। आवाज जैसे एक सुंदर सी छवि में रंग भर कर उसे और भी ज्यादा खूबसूरत बना रहे हो।