सफलता
सफलता
रवि को पहाड़ों पर चढ़ने का बड़ा मन करता, ऊँचे ऊँचे पहाड़ उसे अपनी ओर आकर्षित करता। पर इतने ऊँचे पहाड़ पर वह कैसे चढ़े अगर गिर गया तो.... हमेशा वह उपाय ढूँढते रहता कि किसी तरह वह पहाड़ पर चढ़ जाए। पर पहाड़ की चढ़ाई बहुत मुश्किल है वह ये भी जानता था।
अपने ज़ुनून को पूरा करने के लिए उसने इससे सम्बन्धित कोर्स और प्रशिक्षण के लिए जानकारी लेना शुरू किया। इंसान चाहे तो क्या नहीं कर सकता। उसे ऐसी संस्था मिल ही गई और उसने पर्वतारोहण का कोर्स जॉइन कर लिया। लगातार प्रशिक्षण के कारण उनका शरीर फिट होने लगा।
कुशल गुरु और मार्गदर्शक पर्वतारोहियों से मिलकर उसे बहुत ऊर्जा मिलने लगी अब उसे पर्वत में चढ़ने का रास्ता मिल गया। आखिर वह दिन आ ही गया। पूरी तैयारी के साथ वह रस्सी की मदद से पर्वत पर चढ़ना शुरू किया ,ऊपर के खूबसूरत नजारे उसकी शक्ति को बढ़ाने लगे। पर ऊँचाई बहुत ज्यादा थी, कुछ मुश्किलें भी आई, साँस लेने में दिक्कत हुई, पर प्रशिक्षण का लाभ उसे मिल रहा था। अंततः वह शिखर पर पहुँच गया वहाँ से चमकते सूर्य को देखना अद्भुत था उसके लिए। आज अपनी इस जीत और सफलता से वह बेहद प्रसन्न था, उसका सपना जो पूरा हो गया।