"समय ने पलटी मारी"
"समय ने पलटी मारी"
देखो लोगों हमने प्रकृति से खिलवाड़ किया।
तो प्रकृति ने मनुष्य को कैसा सबक सिखाया।
कोरेना रूपी बिमारी से प्रकृति ने केहर बरपाया।
यह सब प्रकृति की सुरक्षा का त्रिपक्षीय मामला है।
हम मनुष्य प्रकृति पर्यावरण संरक्षण करें।
प्रकृति पर्यावरण संरक्षण संवर्धन सुरक्षा
स्वयं के नियमों से करतीं है।
हम द्वित्तिय पक्ष मनुष्य प्रकृति पर्यावरण को
बचाने में सहायक नहीं बन उसे नष्ट कर रहे हैं।
तृतीय पक्ष सरकारें तो प्रकृति पर्यावरण संरक्षण
में विषेश ध्यान से महत्वपूर्ण भुमिका निभा रही है।
हम मनुष्य प्रकृति पर्यावरण संरक्षण क्षैत्र में
दोनों पर भारी पड़ प्रकृति पर्यावरण को
नुक़सान पहुंचाने में लगे हुए हैं।
इसलिए प्रकृति पर्यावरण संतुलन ख़राब
होने से प्राकृतिक बांधाओं से प्रकोपआते हैं।
मनुष्य जीवनअनमोल है।
इसेे बचाने हेतु प्रकृति पर्यावरण संरक्षण
बहुत जरूरी है।
अन्यथा एक दिन पृथ्वी पर मनुष्य जीवन को बचाने
कि भी नोबतआ सकती हैं।
जैसे बाढ़ भूकंप अकाल सुखा कहींअधिक वर्षा
प्राकृतिक आपदाओं से फसलें चौटत होने
एवं मानव जीवन को बिमारियों माहामारीयों
से बचाने हेतु प्रकृति पर्यावरण संरक्षण किजिएगा।
समय रो भरोसो कोनी कद पलटी मार जावे।
कदेई कदई सिंह्म गादड़ा छूं हार जावें।
आ देखों लोगों समय ने एक पलटी मारी।
कोरेना रूपी बिमारी प्रकृति खिलवाड़
कि वजह छूं संसार में तबाई मचावें।
देखो लोगों हमने प्रकृति से खिलवाड़ किया।
कोरेना रूपी बिमारी जैसा बुरा परिणाम
हमारे सामने हैं।
समय रो भरोसो कोनी कद पलटी मार जावें।
कदई कदई सिंह्ह् गादड़ा छूं हार जावें।
इसलिएआगे से हम सभी प्राकृतिक पर्यावरण संरक्षण किजिएगा।