समझ
समझ
ऑफिस की जिम्मेदारी और एक महीने से अस्पताल के चक्कर।
आज माँ की नेगेटिव मैडिकल रिपोर्ट ने रवि को विचलित कर दिया था। यूँ तो रवि बहुत गंभीर, सहनशील, जिम्मेदार और धैर्यवान था पर तनाव के कारण आज स्वयं पर नियंत्रण नही रख पाया और भाई को उल्टा-सीधा कुछ कह दिया। भाई कब चुप रहने वाला था।
उसकी स्थिति को समझे बिना ही, उससे उलझ गया, तभी शशि ने एक हिचकी ली और उसकी गर्दन ढलक गई। दोनों भाई आवाक से एक दूसरे को देखते रह गए।
